#यूटिलिटी
November 10, 2025
मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों पर हिमाचल सरकार करेगी पैसों की बारिश- करोड़ों में मिलेगी राशि
खिलाड़ियों के लिए आहार भत्ता भी बढ़ाया गया है
शेयर करें:

शिमला। हिमाचल प्रदेश में युवाओं की ऊर्जा और प्रतिभा को सकारात्मक दिशा देने के लिए राज्य सरकार ने खेल क्षेत्र को बड़ी प्राथमिकता पर रखा है। सरकार का मानना है कि खेल केवल शारीरिक क्षमता का विकास नहीं करते, बल्कि अनुशासन, आत्मविश्वास और नेतृत्व जैसी मूलभूत क्षमताएं भी गढ़ते हैं।
इसी सोच के साथ प्रदेश में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ियों के सम्मान और प्रोत्साहन में उल्लेखनीय बढ़ोतरी की गई है। राज्य सरकार ने ओलंपिक, शीतकालीन ओलंपिक और पैरालंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले खिलाड़ियों की पुरस्कार राशि को तीन करोड़ से बढ़ाकर पांच करोड़ रुपये कर दिया है।
रजत जीतने वाले अब तीन करोड़ रुपये और कांस्य पदक विजेता दो करोड़ रुपये की राशि प्राप्त करेंगे। इसी प्रकार एशियाई और पैरा एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक के लिए पुरस्कार राशि को 50 लाख से बढ़ाकर चार करोड़ रुपये कर दिया गया है। रजत विजेताओं को अब 2.50 करोड़ रुपये और कांस्य पदक विजेताओं को 1.50 करोड़ रुपये प्रदान किए जाएंगे।
राष्ट्रमंडल और पैरा राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण विजेताओं का पुरस्कार बढ़ाकर तीन करोड़ किया गया है, जबकि रजत विजेताओं को दो करोड़ और कांस्य विजेताओं को एक करोड़ रुपये दिए जाएंगे। पिछले वर्ष राज्य सरकार अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीतने और भाग लेने वाले खिलाड़ियों को कुल 17 करोड़ 44 लाख 28 हजार रुपये से अधिक की नकद पुरस्कार राशि दे चुकी है।
राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को अब प्रतियोगिता अवधि में विशेष अवकाश की सुविधा मिलेगी। सरकार ने उत्कृष्ट खिलाड़ियों के लिए तीन प्रतिशत खेल कोटा आरक्षित किया है, जिसके तहत वर्ष 2024 से अब तक 99 खिलाड़ियों को सरकारी सेवाओं में नियुक्ति मिल चुकी है।
खिलाड़ियों के लिए आहार भत्ता भी बढ़ाया गया है ताकि उन्हें प्रशिक्षण एवं प्रतियोगिता के दौरान उचित पोषण उपलब्ध हो सके। प्रदेश के बाहर प्रतियोगिताओं में शामिल होने पर 200 किलोमीटर तक का एसी थ्री-टियर रेल किराया तथा लंबी दूरी की यात्रा के लिए इकोनॉमी क्लास हवाई किराया भी प्रदान किया जा रहा है।
वित्तीय वर्ष 2023-24 और 2024-25 में खेल मैदानों, स्टेडियम और नई खेल सुविधाओं के निर्माण पर लगभग 38 करोड़ रुपये खर्च किए गए। यह राशि प्रदेश भर की 74 विभिन्न खेल परियोजनाओं पर व्यय हुई।
शिमला जिले के रामपुर बुशहर के दत्तनगर में 9.45 करोड़ रुपये की लागत से 50 खिलाड़ियों की क्षमता वाला खेल छात्रावास तैयार किया गया है। वहीं सिरमौर जिले के माजरा में 7.28 करोड़ रुपये खर्च कर हॉकी एस्ट्रोटर्फ मैदान विकसित किया गया, जिससे क्षेत्र के युवा खिलाड़ियों को आधुनिक प्रशिक्षण सुविधाएं उपलब्ध हो सकें।