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April 15, 2025

हिमाचल दिवस पर सुक्खू सरकार का बड़ा तोहफा- DA सहित कई बड़े ऐलान कर सकते हैं CM

सरकारी कर्मचारी और पेंशनधारक निगाहें टिकाए बैठे हैं

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Himachal Foundation Day

शिमला। हिमाचल प्रदेश आज पूरे जोश और उत्साह के साथ अपना 78वां स्थापना दिवस मना रहा है। इस बार का राज्य स्तरीय मुख्य समारोह चंबा जिले के दुर्गम जनजातीय क्षेत्र पांगी में आयोजित किया गया, जहां CM सुखविंदर सिंह सुक्खू ने राष्ट्रीय ध्वज फहराकर राज्यवासियों को स्थापना दिवस की शुभकामनाएं दीं। यह पहली बार है जब कोई मुख्यमंत्री हिमाचल दिवस से एक रात पूर्व इस दूरदराज क्षेत्र में रुककर वहां के लोगों के बीच रहा और उनकी समस्याएं सुनीं।

पांगी की महिलाओं को मिलेगा लाभ

अपने संबोधन में CM सुक्खू ने पांगी की 2200 से अधिक महिलाओं को बड़ी सौगात देते हुए प्रति माह 1500 रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की। यह कदम न केवल महिलाओं की आर्थिक स्थिति को सशक्त करेगा बल्कि दुर्गम क्षेत्रों के लिए सरकार की प्रतिबद्धता का भी प्रमाण है।

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कर्मचारियों और पेंशनरों को राहत की उम्मीद

CM सुक्खू के संबोधन पर प्रदेशभर के सरकारी कर्मचारी और पेंशनधारक भी निगाहें टिकाए बैठे हैं। उम्मीद की जा रही है कि CM सुक्खू एरियर और महंगाई भत्ते (DA) को लेकर भी कुछ राहत देने की घोषणा कर सकते हैं।

पूरे प्रदेश में आयोजित हुए समारोह

राजधानी शिमला समेत सभी जिलों में स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में ध्वजारोहण कार्यक्रम आयोजित किए गए। शिमला में पंचायतीराज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने तिरंगा फहराया, जबकि हमीरपुर में पर्यटन विकास निगम के उपाध्यक्ष आरएस बाली ने झंडारोहण किया। इसके अलावा-

  • बिलासपुर: विधानसभा उपाध्यक्ष विनय कुमार
  • मंडी: डिप्टी CM मुकेश अग्निहोत्री
  • धर्मशाला: स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल
  • ऊना: कृषि मंत्री चंद्र कुमार
  • सोलन: उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान
  • लाहौल-स्पीति: राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी
  • नाहन: शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर
  • कुल्लू: लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह
  • किन्नौर: टीसीपी मंत्री राजेश धर्माणी

इन सभी जगहों पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों, देशभक्ति गीतों और विकास प्रदर्शनी के साथ हिमाचल की 77 वर्षों की विकास यात्रा को रेखांकित किया गया।

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जनता से जुड़ने की नई पहल

CM सुक्खू ने इस बार न केवल परंपराओं को निभाया, बल्कि उन्हें नई दिशा भी दी। पांगी जैसे दुर्गम क्षेत्र में पहुंचकर वहां के लोगों की सुनना और विकास की घोषणाएं करना यह संकेत देता है कि सरकार का ध्यान अब सिर्फ शहरी नहीं, बल्कि सीमांत और उपेक्षित क्षेत्रों पर भी बराबर है।

ऐतिहासिक यात्रा का स्मरण

हिमाचल प्रदेश ने 15 अप्रैल 1948 को विभिन्न रियासतों के विलय के साथ अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की थी। 1971 में यह भारत का पूर्ण राज्य बना। आज, जब प्रदेश अपनी 78वीं वर्षगांठ मना रहा है, तो यह केवल उत्सव नहीं, बल्कि उस संघर्ष, बलिदान और संकल्प को याद करने का अवसर है, जिसने इस पहाड़ी प्रदेश को आधुनिक विकास की दिशा में अग्रसर किया।

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