#यूटिलिटी
March 13, 2025
सीएम सुक्खू ने विधानसभा में जताया मोदी सरकार का आभार, बाहर विपक्ष पर कसा तंज; जानें
विपक्ष में सच्चाई सुनने की नहीं हिम्मत, तभी कर रहा वॉकआउट
शेयर करें:
शिमला। हिमाचल प्रदेश विधानसभा के चौथे दिन आज सत्ता पक्ष और विपक्ष में काफी सियासी तीर चले। इस दौरान एक ऐसा भी समय आया, जब मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि भाजपा विधायक अकसर कहते हैं कि हम केंद्र सरकार का आभार व्यक्त नहीं करते। लेकिन मैं सोशल मीडिया में दुष्प्रचार के खिलाफ एक्ट बनाने के लिए केंद्र सरकार का आभार व्यक्त करता हूं।
सीएम सुक्खू ने कहा कि आज के दौर में ना जाने कितने ही छोटे छोटे सोशल मीडिया चैनल बन गए हैं। जो किसी की भी इमेज को खराब कर सकते हैं। मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि सोशल मीडिया को किसी का भी चरित्र हनन करने का हथियार बना दिया गया है। लेकिन मैं केंद्र सरकार का आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने इसके लिए एक्ट बनाया। अब सोशल मीडिया पर जो लिखेगा, उसे ही अपनी बात प्रूव भी करनी होगी। सीएम सुक्खू की इस बात पर स्पीकर ने कहा कि 3 साल की सजा का भी प्रावधान है।
यह भी पढ़ें: विधानसभा में सीएम सुक्खू और जयराम में तकरार, विपक्ष ने दूसरी बार किया वॉकआउट
इसी तरह से सीएम सुक्खू ने विधानसभा की कार्यवाही खत्म होने के बाद बाहर मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि विपक्ष जयराम ठाकुर में सच सुनने की हिम्मत नहीं है। जिसके लिए वह सदन से वॉकआउट कर रहे हैं। सीएम सुक्खू ने कहा कि भाजपा सरकार ने पांच साल प्रदेश की संपदा को लुटाने का काम किया है, लेकिन वर्तमान कांग्रेस सरकार के व्यवस्था परिवर्तन से उसमें सुधार कर रही है, जो विपक्ष को अच्छा नहीं लग रहा है।
यह भी पढ़ें : हिमाचल विस में विपक्ष का वॉकआउट: देहरा उपचुनाव को रद्द करने की उठाई मांग- पैसे बांटने का लगाया आरोप
सीएम सुक्खू ने कहा कि जयराम ठाकुर ने राजनीतिक लाभ लेने के लिए फ्री बिजली का तोहफा दिया। जिसकी साधन संपन्न लोगों को आवश्यकता नहीं थी। इससे प्रदेश की करोड़ों का नुकसान हुआ। इसी तरह से महिलाओं को एचआरटीसी बसों में 50 फीसदी छूट दी। कई साधन संपन्न महिलाएं खुद सामने आकर कह रही हैं कि उन्हें छूट नहीं चाहिए।
यह भी पढ़ें: HRTC ने 300 इलेक्ट्रिक सहित दिया 600 बसों का ऑर्डर,1.25 करोड़ की है एक बस
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश की वर्तमान सरकार व्यवस्था परिवर्तन के माध्यम से प्रदेश की आर्थिक संपदा को बचाने का काम कर रही है। हिमकेयर योजना के नाम पर करोड़ों का घोटाला हुआ और निजी अस्पतालों को फायदा पहुंचाया गया जिसको लेकर तथ्य सदन के भीतर रखे, लेकिन विपक्ष सच सुन नहीं पाया और सदन से बाहर चला गया।