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May 1, 2025
बिन बरसात लबालब हुई ब्यास नदी, हिमाचल के इन 3 जिलों में जारी हुई एडवायजरी, जानें क्यों
मंडी, कांगड़ा और हमीरपुर में लोगों को नदी से दूर रहने की चेतावनी
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मंडी। भीषण गर्मी से परेशान हिमाचल प्रदेश के लोग इस समय भले ही आसमान से राहत की बूंदों की उम्मीद कर रहे हों, लेकिन बिना बारिश के ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ गया है। ऐसा बढ़ती गर्मी के कारण पहाड़ों की बर्फ पिघलने से हुआ है। ब्यास और उसकी सहायक नदियों में इस समय लबालब पानी है। इसे देखकर मंडी, कांगड़ा और हमीरपुर जिलों में लोगों को नदी से दूर रहने की हिदायत दी गई है।
ब्यास के लबालब होने से पंडोह डैम का लेवल भी बढ़ने लगा है। डैम की ऊंचाई 67 मीटर है और जल्दी ही बांध से पानी छोड़े जाने की संभावना बन गई है। ऐसा होने पर ब्यास के जलस्तर में और बढ़ोतरी होगी। बीबीएमबी ने कहा है कि ऐसी किसी भी स्थिति में लोगों को हूटर बजाकर या मुनादी के माध्यम से अलर्ट किया जाएगा। अभी डैम में 13 हजार कयूसेक पानी प्रति घंटे आ रहा है।
फोटो-सेल्फी के लालच में न आएं
हिमाचल के ऊंचे पहाड़ों में इस समय तेजी से बर्फ पिघल रही है। खड्ड और नालों से होता हुआ यह पानी ब्यास नदी में जाकर मिलता है। ऐसे में वॉटर लेवल कब बढ़ जाए, यह कोई नहीं बता सकता। बीबीएमबी प्रबंधन ने भी लोगों, खासकर पर्यटकों को ब्यास नदी में उतरकर फोटो या सेल्फी खींचने की कोशिश को जानलेवा बताते हुए सख्त चेतावनी दी है।
मंडी, कांगड़ा और हमीरपुर प्रशासन ने लोगों और सैलानियों से ब्यास नदी से दूर रहने की चेतावनी दी गई है। इसके अलावा तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को भी वॉटर लेवल बढ़ने पर सावधानी बरतने को कहा गया है। फिलहाल पंडोह डैम से 8,500 क्यूसिक पानी टनल के जरिए सुंदरनगर लेक में छोड़ा जा रहा है। डैम के 5 स्पिलवे गेट हैं और इनफ्लो बढ़ने की स्थिति में पानी के प्रवाह को डैम से नियंत्रित किया जाता है।
पंडोह डैम से अधिकतम साढ़े तीन लाख क्यूसिक पानी ब्यास नदी में मंडी की तरफ छोड़ा जा सकता है। बरसात में क्लाउड बर्स्ट और बाढ़ जैसी परिस्थितियों में डैम में अधिक पानी छोड़ा जाता है।