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January 21, 2025

हिमाचल का एक ऐसा मंदिर- जिसके आगे थम जाते हैं हर गाड़ी के पहिये

खतरनाक रोड पर देवी करती हैं रक्षा

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Taranda Mata

शिमला। हिमाचल प्रदेश के लोग देवी-देवताओं के प्रति असीम आस्था और श्रद्धा रखते हैं। यहां के हर गांव, कस्बे और शहर में विभिन्न मंदिर और धार्मिक स्थल हैं। जहां लोग अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए नियमित रूप से पूजा-अर्चना करते हैं। हिमाचल की संस्कृति में धार्मिक पर्वों और अनुष्ठानों का विशेष स्थान है।

थम जाते हैं गाड़ियों के पहिये

हिमाचल के लोग देवताओं के साथ गहरे आध्यात्मिक संबंध महसूस करते हैं। चाहे वह काली मां का मंदिर हो या भीमकाली देवी का-हिमाचल में हर स्थान पर धार्मिक आस्था का अद्वितीय संगम देखने को मिलता है, जो इस राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा है। आज के अपने इस लेख में हम आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में बताएंगे। जिसके आगे हर छोटी-बड़ी गाड़ियों के पहिये थम जाते हैं।

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खतरनाक रोड पर देवी करती हैं रक्षा

कहा जाता है कि जब दुनिया भर के तमाम इंजीनियर फेल हो गए थे। तब इसी मंदिर में विराजने वाली माता ने दुनिया की सबसे खतरनाक सड़क का निर्माण कार्य पूरा करवाया था। हम बात कर रहे हैं हिमाचल में बसी उस महाशक्ति की जो दुनिया की सबसे खतरनाक रोड पर यात्रियों की रक्षा करती है। हिमाचल के किन्नौर जिला में अगर आप NH-5 से गुजरे होंगे- तो निगुलसरी में मां तरंडा का ये दिव्य मंदिर जरूर देखा होगा- तो चलिए आज इस मंदिर की कहानी भी सुनिए।

 

परेशान हो गई सेना

साल 1962, जब भारत चीन युद्ध हुआ- तो अगले ही साल सेना को कुछ फायदा पहुंचाने के लिए BRO के ग्रेफ विंग ने यहां सड़क बनाने का काम शुरू किया। मगर इस निर्माण में दिक्कत ये आई कि सड़क बनाते समय रोजाना कोई ना कोई चट्टान गिरती और मजदूरों की मौत हो जाती और फिर ऐसा अक्सर होने लगा- जिससे सेना भी परेशान हो गई।

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स्थापित होना चाहती हैं माता

इसी बीच किसी स्थानीय शख्स ने सेना को तरंडा गांव में बने मां चंद्रलेखा के मंदिर में जाने को कहा। जहां देवी के गूर ने बताया कि जिस जगह से आप सड़क निकाल रहे हैं वहां शक्ति का वास है। देवी वहां स्थापित होना चाहती है जिसके बाद ही इस रोड़ का निर्माण पूरा हो पाएगा। फिर सेना के लोगों ने यहां मंदिर का निर्माण कर वहां मां तरंडा की मूर्ति स्थापित की और अगले दो सालों में ही इस सड़क का निर्माण बिना किसी नए हादसे के पूरा हो गया।

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