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October 9, 2025
हिमाचल: इस बार समय से पहले बंद हो जाएंगे शिकारी माता मंदिर के कपाट ! जानें क्या है कारण
शिकारी देवी मंदिर में दिखा मौसम परिवर्तन का असर
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मंडी। हिमाचल प्रदेश में मौसम ने जो रंग बदले हैं, वो सभी की समझ से परे हैं। पहले बरसात जल्दी शुरू हो गई और ये बारिश जो कहर लाई वो जगजाहिर है। फिर बरसात खत्म होने का नाम नहीं ले रही। ये सब काफी नहीं था कि अब बर्फ समय से पहले गिरने लगी है। इसका ताजा उदाहरण है मां शिकारी देवी मंदिर। हैरान करने वाली बात है कि करीब 1 महीने पहले ही यहां बर्फबारी हो गई है।
बुधवार को मौसम की पहली बर्फबारी से शिकारी देवी मंदिर क्षेत्र सफेद चादर से ढक गया। गौरतलब है कि मंदिर जिले की ऊंची चोटी पर स्थित है। मौसम विभाग के मुताबिक आमतौर पर यहां नवंबर के मध्य में बर्फ गिरती थी।
समय से पहले मौसम परिवर्तन की वजह से ऊंचाई वाले क्षेत्रों में अक्टूबर में ही बर्फबारी शुरू हो गई है। आमतौर पर शिकारी देवी मंदिर के कपाट 15 नवंबर के बाद से 5 मार्च तक बंद रहते हैं लेकिन जल्द बर्फबारी के चले कपाट समय से पहले बंद किए जा सकते हैं।
बर्फबारी से शिकारी देवी मंदिर का नजारा खूबसूरत हो गया है। इससे पड़ी कड़ाके की ठंड के बावजूद श्रद्धालु मंदिर के दर्शन करने पहुंच रहे हैं। हालांकि ऐसा माना जाता है कि बर्फबारी में शिकारी माता के मंदिर जाना जोखिम भरा हो सकता है।
शिकारी देवी मंदिर सराज घाटी के जंजैहली से लगभग 18 किलोमीटर दूर स्थित है। ये मंदिर अपनी अनोखी परंपरा और रहस्यमयी संरचना के लिए जाना जाता है। इसकी सबसे बड़ी विशेषता ये है कि मंदिर पर कोई छत नहीं है और ये खुले आसमान के नीचे स्थित है।
लोकल लोगों का कहना है कि पिछले कई सालों में अक्टूबर में इतनी जल्दी बर्फबारी कम ही देखने को मिली है। फिलहाल शिकारी देवी की वादियां बर्फ से ढकी खूबसूरती का अद्भुत नजारा पेश कर रही हैं जो पर्यटकों और श्रद्धालुओं दोनों को आकर्षित कर रहा है।