#धर्म
December 7, 2025
हिमाचल के इस शिव मंदिर में होता है साक्षात चमत्कार- रुद्राभिषेक होते ही तुरंत बरसते हैं बादल
विज्ञान के लिए किसी रहस्य से कम नहीं
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मंडी। देवी-देवताओं की भूमि हिमाचल में कुछ भी हो सकता है। यहां ऐसी-ऐसी चीजें होती हैं जो एकदम अविश्वसनीय हैं। हिमाचल के लोग तो इनपर पूर्ण रूप से विश्वास करते हैं लेकिन कई लोगों को इनपर भरोसा करने में कठिनाई होती है। कुछ ऐसा ही चमत्कार होता है मंडी जिला के एक शिव मंदिर में , जहां पूजा करने से बारिश हो जाती है।
मंडी के करसोग क्षेत्र से करीब 40 किलोमीटर दूर खील पंचायत में स्थित अशणी देव मंदिर में आज भी ये चमत्कार देखने को मिलता है। जहां पूजा-पाठ करने मात्र से ही बारिश हो जाती है। वे जो इस प्रथा को अपनाए हुए हैं, उन्हें इसकी दिव्यता का अंदाजा है लेकिन कई लोगों के लिए ये मिथक हो सकता है। वहीं ये चीज विज्ञान के लिए भी किसी रहस्य से कम नहीं है।
जब सूखा पड़ता है तो करसोग की कई पंचायतों के लोग शिव मंदिर में बारिश के लिए रुद्राभिषेक के पाठ का आयोजन करते हैं। जब पूर्णाहुति होती है तो लोग दूर-दूर से आकर ढोल-नगाड़ों के साथ बारिश की मनोकामना के लिए मंदिर में एकत्रित होते हैं।
पूर्णाहुति डालने से पहले लोग साथ बहती तीन खड्डों के पास मंदिर तक जाने वाले रास्ते के दोनों ओर लंबी कतारें बनाकर खड़े हो जाते हैं। फिर साथ लगते पानी के स्रोत से पानी की बाल्टियां एक दूसरे को पकड़ाकर मंत्रोच्चारण के साथ शिवलिंग का अभिषेक करते हैं।
इसके बाद यज्ञ में पूर्णाहुति डाली जाती है। मान्यता है कि यज्ञ संपन्न होने के ढाई घंटे के अंदर आसमान में बादल उमड़ आते हैं और बारिश होने लगती है। करसोग में ये परंपरा सदियों से चली आ रही है। ये पूजा से बारिश- आज भी वैज्ञानिकों के लिए रहस्य से कम नहीं है।
वहीं, अशणी देव मंदिर के पास 3 खड्डें आपस में मिलती हैं इसलिए इसे अशणी त्रिवेणी के नाम से भी जाना जाता है। इस स्थान पर लोग अपनी मन्नतों को पूरा करने के लिए आते है। भोलेनाथ के आगे शीष झुकाते हैं और मान्यता ये है कि यहां पर किसी की भी मन्नत कभी अधूरी नहीं रहती।