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March 19, 2025

सुक्खू बोले- 40 साल तक हुई स्वास्थ्य क्षेत्र की बदहाली को हम एक साल में सुधार देंगे

डॉक्टर-नर्सों की कमी नहीं होगी, एम्स की तरह चमकेंगे मेडिकल कॉलेज

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himachal news

शिमला। हिमाचल प्रदेश के हर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में अगले एक साल के भीतर आपको डॉक्टर, नर्सें मिलेंगे। राज्य के मेडिकल कॉलेजों में दिल्ली के एम्स की तर्ज पर सुविधाएं मिलेंगी। यह जानकारी सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बुधवार को राज्य विधानसभा में एक सवाल के जवाब में दी।

हम 40 साल पुरानी व्यवस्थाओं को बदल रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में डॉक्टरों और नर्सों की भर्ती की जाएगी। चिकित्सकों का युक्तिकरण भी किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी 15 दिनों में पैरा मेडिकल स्टाफ का पुनर्गठन कर दिया जाएगा।

विधानसभा में गूंजा सवाल

बुधवार को प्रश्नकाल के दौरान भाजपा विधायक जनकराज और रणधीर शर्मा ने अस्पतालों में डॉक्टर, नर्सों के खाली पड़े पदों का मामला उठाया। उन्होंने पूछा कि प्रदेश में एमबीबीएस और बीडीएस के रिक्त पदों को कब तक भरा जाएगा।

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श्री नयना देवी के विधायक रणधीर शर्मा ने भी डॉक्टरों के खाली पदों को भरने की मांग उठाई। विपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि पहले कैंपस से भी वॉक इन इंटरव्यू का भी प्रावधान रहा है। हमने एक साथ 500 पद सृजित किए, 300 पद भर दिए। 200 पदों पर भर्ती की प्रक्रिया शुरू की। वर्तमान सरकार में एक भी डॉक्टर की पोस्टिंग नहीं हुई है।

ठीक से जवाब नहीं दे पाए शांडिल

इस पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धनीराम शांडिल ने कहा कि सरकारें निरंतरता में होती हैं। सभी ने पदों को भरने के प्रयास किए हैं। मैंने तांदी में देखा था कि एक चतुर्थ श्रेणी कर्मी ही स्वास्थ्य संस्थान का प्रभारी था।

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मंत्री ने कहा कि सभी पदों को भरने की प्रक्रिया चल रही है। विपक्ष के विधायकों ने स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल के जवाब से असंतोष जताया और उन पर प्रश्नों और अनुपूरक सवालों की बौछार की।

सीएम ने किया ऐलान

इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों में दिल्ली के एम्स की तर्ज पर सुविधाएं दी जाएंगी। बुजुर्गों को घर द्वार पर स्वास्थ्य सेवाएं देने का बजट में प्रावधान किया गया है। आईजीएमसी शिमला में 20-20 साल पुरानी एमआरआई की मशीनें लगी हैं। पिछली सरकार में यह नहीं बदली गईं। हम व्यवस्था परिवर्तन कर रहे हैं।

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