#विविध
March 19, 2025
विमल नेगी मामला : परिजनों के दबाव में झुकी सुक्खू सरकार, HPPCL के MD-डायरेक्टर को हटाया
परिवार अभी भी FIR, निलंबन और CBI जांच की जिद्द पर अड़ा
शेयर करें:
शिमला। HPPCL के चीफ इंजीनियर विमल नेगी की मौत के मामले में कर्मचारियों और परिजनों के लगातार निगम प्रबंधन पर आरापों से हिमाचल प्रदेश सरकार बुधवार को दबाव में आ गई। सुक्खू सरकार ने HPPCL के MD एवं IAS हरिकेश मीणा और डायरेक्टर देसराज को उनके काम से अलग कर दिया है।
इस मामले की जांच अतिरिक्त मुख्य सचिव (ACS) ओंकार चंद शर्मा करेंगे। इसे लेकर पावर सेक्रेटरी ने आदेश जारी कर दिए है। जांच के दौरान MD और डायरेक्टर ड्यूटी पर नहीं आएंगे।
मामले की जांच 15 दिन के भीतर पूरा करने को कहा गया है। राज्य सरकार ने IAS राकेश कुमार प्रजापति को MD पावर कॉरपोरेशन और सुरेंद्र कुमार को डायरेक्टर का एडीशनल चार्ज दिया है।
विमल नेगी के पोस्टमार्टम के बाद उनका शव अंतिम दर्शन के लिए शिमला में BCS स्थित HPPCL कार्यालय लाया गया। वहां पर मृतक के परिजन, बिजली बोर्ड और पावर कॉरपोरेशन के कर्मचारी शव के साथ प्रदर्शन कर रहे हैं। इस दौरान आक्रोषित लोगों ने BCS को न्यू शिमला से जोड़ने वाली सड़क पर चक्का जाम कर दिया।
विमल नेगी के परिजन पावर कॉरपोरेशन के MD और डायरेक्टर को सस्पेंड करने और उनके खिलाफ FIR दर्ज करने और CBI जांच की जिद पर अड़े हैं। इनका कहना है कि जब तक इन दोनों अधिकारियों को सस्पेंड नहीं किया जाता, तब तक वे शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।
गुस्साए लोगों ने राजस्व मंत्री जगत सिंह की मौजूदगी में सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। मंत्री के वहां से जाने पर उनके खिलाफ भी नारेबाजी जारी रही।
विमल नेगी की पत्नी का आरोप है कि विभागीय उच्च अधिकारी गलत फाइल पर साइन करने के लिए उन पर दबाव डालते थे। उनके पति रात दो-दो बजे तक बैठकर काम करते थे। उन्होंने बताया कि छुट्टी मांगने पर डायरेक्टर उनकी एक्सप्लेनेशन कॉल कर देता था।