शिमला। हिमाचल प्रदेश की शिमला संसदीय सीट को पारंपरिक रूप से कांग्रेस का गढ़ माना जाता है। मगर पिछले तीन चुनावों से भाजपा उम्मीदवारों को मिली लगातार जीत ने पारंपरिक सीट वाले कथ्य को लगभग मिटा सा दिया है। इसी कड़ी में एक बार फिर आम चुनाव सामने हैं और आज दोनों ही प्रमुख दलों यानी भाजपा और कांग्रेस के उम्मीदवार अपना नामांकन दाखिल करने वाले हैं।
लोकसभा सीट शिमला से कांग्रेस के प्रत्याशी विनोद सुल्तानपुरी और बीजेपी प्रत्याशी एवं मौजूदा सांसद सुरेश कश्यप आज निर्वाचन आयोग के समक्ष अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। साथ ही शिमला में इन दोनों नेताओं के द्वारा बड़े पैमाने पर शक्ति प्रदर्शन भी किया जाएगा।
कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती
कांग्रेस के सामने शिमला सीट को जीतना बहुत बड़ी चुनौती रहेगी। दरअसल, साल 2004 में आखिरी बार शिमला सीट पर कांग्रेस को चुनाव में जीत मिली थी। साल 2009 से कांग्रेस की माने जाने वाली शिमला सीट पर चुनाव में लगातार बीजेपी जीतती आ रही है।
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हालांकि, शिमला संसदीय क्षेत्र की 17 विधानसभा सीटों में अभी कांग्रेस का पलड़ा भारी है। कांग्रेस के पास यहां 13 सीटें हैं। जबकि, बीजेपी के पास तीन और निर्दलीय के पास सिर्फ एक है।
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बता दें कि विनोद सुल्तानपुरी के नामांकन दाखिल करने के बाद शिमला स्थित चौड़ा मैदान में कांग्रेस सीएम सुक्खू की अध्यक्षता में अपना शक्ति प्रदर्शन करेगी। जबकि, शिमला लोकसभा सीट के लिए बीजेपी नामांकन भरने से पहले ही शक्ति प्रदर्शन कर चुकी है।
शक्ति प्रदर्शन में जुटेगी भारी भीड़
कांग्रेस ने अपने शक्ति प्रदर्शन के लिए पार्टी पदाधिकारियों को शिमला के साथ लगते विधानसभा क्षेत्रों से अधिक से अधिक संख्या में भीड़ जुटाने के निर्देश दिए गए हैं।
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कांग्रेस का दावा है कि इस शक्ति प्रदर्शन में शिमला, सिरमौर और सोलन जिला के 17 विधानसभा क्षेत्रों की भारी भीड़ जुटेगी। इस प्रदर्शन में कांग्रेस बीजेपी समेत पार्टी के छह बागी विधायकों पर जमकर निशाना साधेगी।