Sunday, September 8, 2024
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हिमाचल में BJP को हराना कांग्रेस के लिए मुश्किल: लोकसभा में बदल जाता है समीकरण

शिमला। हिमाचल प्रदेश की सियासत काफी गरमाई हुई है। प्रदेश में कांग्रेस और बीजेपी के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है। प्रदेश में आखिरी चरण में एक जून को लोकसभा के लिए मतदान किया जाना है। ऐसे में दोनों राजनीतिक दल चुनाव प्रचार में अपना पूरा जोर लगा रहे हैं।

मौजूदा वक्त में वैसे तो प्रदेश में कांग्रेस की सुक्खू सरकार का राज चल रहा है। विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को बड़ी जीत हासिल हुई थी मगर लोकसभा चुनावों में कांग्रेस सत्ता में होने के बावजूद भी लंबे वक्त से लगातार हिमाचल में हार का स्वाद चखती आई है।

कांग्रेस के लिए चुनौती

साल 2019 के लोकसभा चुनाव की ही बात करें तो इन चुवाओं में मतदान करने के लिए प्रदेश के लोगों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया था। हिमाचल प्रदेश में कुल 72.42 फीसदी मतदान हुआ था।

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इस लोकसभा चुनाव में बीजेपी के सभी उम्मीदवार 3.27 लाख के ज्यादा से मार्जिन से जीते थे। ऐसे में कांग्रेस के लिए बीजेपी को हराना बड़ी चुनौती रहेगी।

BJP की सबसे बड़ी जीत

साल 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने हिमाचल प्रदेश में ऐताहासिक जीत दर्ज की थी। अब तक प्रदेश में हुए लोकसभा चुनाव में इसे कांग्रेस की सबसे बड़ी हार माना गया था।

दरअसल, साल 2019 के लोकसभा चुनाव में कांगड़ा संसदीय सीट के प्रत्याशी किशन कपूर को कुल 7,25,218 वोट पड़े थे। जबकि, कांग्रेस प्रत्याशी पवन काजल को सिर्फ 2,47,595 मत पड़े थे। ऐसे में बीजेपी प्रत्याशी ने कुल 4,77,628 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की थी।

बुरी तरह से हारी थी कांग्रेस

वहीं, साल 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी अनुराग ठाकुर ने 3,99,572 मतों के अंतर से जीत दर्ज की थी। इसके अलावा कांग्रेस का गढ़ माने जाने वाली शिमला सीट पर बीजेपी का प्रदर्शन काफी शानदार रहा। यहां कांग्रेस को 3,27,514 मतों के अंतर से हार का सामना करा पड़ा था।

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बता दें कि अभी प्रदेश में चारों सीटों के लिए नामांकन भरने की प्रक्रिया चल रही है। नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख मंगलवार यानी 14 मई निर्धारित की गई है।

प्रचार में जुटे बड़े नेता

चुनाव प्रचार का जिम्मा दोनों ही दलों के प्रदेश स्तर के बड़े नेताओं ने संभाला है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में दोनों दलों के राष्ट्रीय स्तर के बड़े नेता अपनी पार्टी का प्रचार करेंगे।

इस सहारे मांग रहे वोट

बता दें कि चुनाव के लिए प्रदेश में इस बार बीजेपी देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपलब्धियों को गिनाकर वोट मांग रही है। जबकि, इस चुनाव में कांग्रेस को अपनी सरकार के सत्ता में होने का सहारा है।

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