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February 1, 2025
हिमाचल: नहीं रहे पूर्व मंत्री किशन कपूर, PGI में ली अंतिम सांस
काफी समय से बीमार चल रहे थे किशन कपूर
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कांगड़ा। हिमाचल प्रदेश के पूर्व मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता किशन कपूर का निधन हो गया है। चंडीगढ़ स्थित पीजीआई अस्पताल में किशन कपूर ने अंतिम सांसे ली। बताते चलें कि किशन कपूर लंबे समय से बीमार चल रहे थे।
किशन कपूर ने 2019 के आम चुनाव में कांगड़ा लोकसभा सीट से सांसद के रूप में इतिहास रचा। उन्होंने रिकॉर्ड मतों से जीत दर्ज की, जिसमें 4.77 लाख मतों की बढ़त प्राप्त की, जो पूरे देश में दूसरे सबसे बड़े वोट प्रतिशत के रूप में दर्ज हुई।
किशन कपूर ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत युवावस्था में की थी। वह 1970 में जनसंघ और जनता पार्टी के सदस्य बने और 1980 में भारतीय जनता पार्टी की स्थापना के समय सक्रिय रूप से शामिल हुए थे। इसके बाद उन्होंने 1985 में भाजपा के टिकट पर धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र से अपनी पहली चुनावी जंग लड़ी थी। वे लगातार पांच बार धर्मशाला विधानसभा सीट से विधायक चुने गए और तीन बार मंत्री पद पर रहे।
किशन कपूर ने हिमाचल प्रदेश सरकार में खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामले मंत्रालय का कार्यभार संभाला। इसके अलावा, उन्होंने उद्योग, परिवहन, नगर नियोजन, शहरी विकास जैसे महत्वपूर्ण विभागों का भी नेतृत्व किया। वे जयराम ठाकुर की सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में कार्यरत थे और इस दौरान जगत प्रकाश नड्डा के साथ उनके सहयोगी रहे।
- 1970: जनसंघ और जनता पार्टी के सदस्य बने।
- 1980: भाजपा की स्थापना के दौरान सक्रिय भूमिका निभाई।
- 1985-1993: धर्मशाला विधानसभा सीट से भाजपा के उम्मीदवार के रूप में तीन बार जीत हासिल की।
- 1993-1997: हिमाचल प्रदेश विधानसभा में मुख्य सचेतक के रूप में कार्य किया।
- 1998: तीन बार विधायक बनने के बाद, उन्होंने परिवहन, जनजातीय विकास, विधायी और कानून मंत्री के रूप में शपथ ली।
- 2003 और 2012 में चुनाव हारने के बावजूद, उन्होंने भाजपा में विभिन्न अहम जिम्मेदारियां निभाई।
- 2017 में पांचवीं बार विधायक चुने गए और खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री बने।
- 2019 में कांगड़ा लोकसभा क्षेत्र से सांसद बने, और देशभर में सबसे ज्यादा वोट प्रतिशत के साथ जीत दर्ज की।