#राजनीति
August 6, 2025
हिमाचल कांग्रेस में बड़ा उलटफेर- CM सुक्खू के इशारे पर होगा चयन, प्रतिभा के बाद इन्हें मिलेगी कमान
एक हफ्ते में हो सकती है घोषणा
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शिमला। हिमाचल कांग्रेस में इस समय संगठन को चलाने और मजबूत करने के लिए पार्टी अध्यक्ष पर मंथन चल रहा है। खबरें आ रही है कि पार्टी नेतृत्व को लेकर बड़ा बदलाव संभव है। वहीं, 8 महीने से संगठन के अभाव और बदलते राजनीतिक समीकरणों के बीच पार्टी की नजर मजबूत, अनुभवी और जमीनी नेता पर है।
एक सप्ताह में नए अध्यक्ष की घोषणा संभव है, जिससे संगठन को नई गति मिल सकती है। कांग्रेस को जल्द ही नया प्रदेश अध्यक्ष जल्द मिलेगा। इस सिलसिले में दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी के साथ प्रदेश कांग्रेस की अहम बैठक हुई, जिसमें सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू, डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री, वर्तमान अध्यक्ष प्रतिभा सिंह और वरिष्ठ मंत्री शामिल रहे। सूत्रों के मुताबिक इस बार हुई बैठक में कई अहम विषय पर चर्चा के साथ-साथ शोर भी सुनाई दिया है।
वहीं, दिल्ली में हुई बैठक के बाद उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने शिमला में कहा कि नए अध्यक्ष के चयन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। सभी मंत्री चाहते हैं कि यह पद किसी ऐसे अनुभवी और संगठन से निकले नेता को मिले जो मजबूत नेतृत्व दे सके। राहुल गांधी ने भी स्पष्ट किया है कि इस बार अध्यक्ष मेरिट के आधार पर तय किया जाएगा।
सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली बैठक में यह बात खुलकर सामने आई कि इस बार केवल नाम मात्र के अध्यक्ष से काम नहीं चलेगा। पार्टी को जमीनी स्तर पर सक्रिय, अनुभवी और प्रभावशाली नेतृत्व की आवश्यकता है। मंत्रियों द्वारा जातीय और क्षेत्रीय संतुलन का सुझाव भी हाईकमान को दिया गया है।
नए अध्यक्ष पद के लिए चर्चा में आने वाले प्रमुख नामों में हैं:
इनमें से रोहित ठाकुर सबसे आगे बताए जा रहे हैं। हालांकि अगर उन्हें अध्यक्ष बनाया जाता है, तो मंत्रिमंडल में एक और सीट रिक्त हो जाएगी।
बता दें कि प्रदेश कांग्रेस को पिछले 8 महीनों से कोई स्थायी संगठनात्मक ढांचा नहीं मिला है। केवल प्रतिभा सिंह को कार्यकाल खत्म होने के बावजूद नहीं बदला गया था। अब संगठन के गठन और पीसीसी में नए चेहरों की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
सूत्रों के अनुसार, नई प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PCC) में लगभग 10 नए युवा नेताओं को स्थान दिया जा सकता है। यह पूरी प्रक्रिया हाईकमान की देखरेख में होगी, और अंतिम निर्णय राहुल गांधी द्वारा लिया जाएगा।
दिल्ली बैठक में मंत्रिमंडल में रिक्त एक पद को भरने पर कोई चर्चा नहीं हुई। अगर रोहित ठाकुर अध्यक्ष बनाए जाते हैं, तो यह संख्या दो हो जाएगी। सीएम सुक्खू पहले से एक पद रिक्त रखे हुए हैं और अब इस पर नजर बनी हुई है कि क्या कोई नया मंत्री शामिल किया जाएगा। मगर, अब प्रदेश की राजनीति में तूफान आने की संभावना तब बन सकती है, जब प्रदेशाध्यक्ष और मंत्री पदों पर कई नेताओं की सहमति नहीं बनेगी। प्रदेशाध्यक्ष और मंत्री चुनने की प्रक्रिया में लिया जा रहा लंबा समय साफ तौर पर इसी ओर संकेत दे रहा है।
वहीं, चर्चा तो ये भी हो रही है कि मंत्री पद को लेकर हाईकमान ने पहले ही सीएम सुक्खू को फ्री हैंड दे रखा है। इसका मतलब साफ है कि यदि आने वाले समय में कोई भी कांग्रेस विधायक मंत्री पद हासिल करता है, वो सीएम सुक्खू का करीबी ही होगा। ऐसे में कई नामों पर अभी से ही कयास लगाए जा रहे हैं।