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December 12, 2025

मंडी रैली में वीरभद्र की अनदेखी पर भड़के कांग्रेस विधायक, बोले माफी मांगनी चाहिए

आयोजन समिति से सार्वजनिक माफी की मांग

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Congress Controversy

शिमला। दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को आधुनिक हिमाचल प्रदेश का निर्माता माना जाता है। मगर बीते कल मंडी में कांग्रेस सरकार के तीन साल पूरे होने पर आयोजित जन-संपर्क कार्यक्रम समाप्ति के बाद एक बार फिर से कांग्रेस पार्टी में आपसी बहस छिड़ गई है। कार्यक्रम में भारी भीड़ जुटने के बावजूद पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता स्वर्गीय वीर नभद्र सिंह की तस्वीर न होने पर विवाद तेज़ हो गया है।

आयोजन समिति से सार्वजनिक माफी की मांगहि

इस मामले पर न केवल बीजेपी ने निशाना साधा है, बल्कि अब कांग्रेस के भीतर से भी नाराज़गी खुलकर सामने आ रही है। कार्यक्रम में लगी बड़ी-बड़ी डिस्प्ले स्क्रीन और पोस्टरों में वीरभद्र सिंह की फोटो नहीं दिखाई दी, जिससे कांग्रेस कार्यकर्ताओं और समर्थकों के बीच असंतोष फैल गया।

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जब इस मुद्दे पर कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता, पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और ठियोग के विधायक कुलदीप राठौर से सवाल किया गया, तो उन्होंने भी इसे गंभीर चूक बताते हुए सार्वजनिक माफी की मांग कर डाली। कुलदीप राठौर ने कहा कि आयोजन समिति को बहुत सतर्क रहना चाहिए था, क्योंकि वीरभद्र सिंह हिमाचल की राजनीति ही नहीं, बल्कि विकास यात्रा के प्रमुख स्तंभ रहे हैं।

वीरभद्र सिंह की अनदेखी पर बढ़ रही नाराज़गी

कुलदीप राठौर ने स्पष्ट कहा कि “तीन साल के रिपोर्ट कार्ड जैसे बड़े आयोजन में वीरभद्र सिंह की फोटो का न होना अस्वीकार्य है और समिति इसे लेकर सार्वजनिक रूप से माफी मांगे।” मंडी के पड्डल मैदान में आयोजित मुख्य समारोह में भी वीरभद्र सिंह का नाम भाषणों में न आने पर सवाल उठने लगे हैं।

 

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यह स्थिति खासतौर पर इसलिए चौंकाती है क्योंकि कुछ समय पहले ही सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी शिमला पहुंचकर वीरभद्र सिंह की प्रतिमा का अनावरण कर चुकी हैं। सोनिया गांधी, जो लगभग एक दशक से किसी बड़े सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल नहीं हुई थीं, उनका आना स्वयं इस बात का संकेत था कि वीरभद्र सिंह का कांग्रेस में कितना बड़ा सम्मान है।

छह बार के मुख्यमंत्री को पोस्टरों से क्यों हटाया

इसके बावजूद मौजूदा सरकार के पोस्टरों और मंच से उनका नाम गायब रहना कांग्रेस में ही असहजता का कारण बन गया है। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने भी इस विषय पर सरकार पर हमला बोलते हुए पूछा कि आखिर छह बार के मुख्यमंत्री को पोस्टरों से क्यों हटाया गया? हालांकि, यह विवाद अभी और गहराने की संभावना है, क्योंकि पार्टी के भीतर उठ रहे सवाल कांग्रेस के लिए नई चुनौती बन सकते हैं।

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