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August 4, 2025
हिमाचल में फिर फटा बादल : भारी बारिश में कई परिवार हुए बेघर, आंखों के सामने बहे आशियाने
बागवानी को भारी नुकसान- बागीचों में भरा मलबा
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शिमला। हिमाचल में मानसून कहर बनकर बरप रहा है। आए दिन कई जगहों पर बादल फटने, भूस्खलन, बाढ़ आदि जैसी घटनाएं सामने आ रही हैं। अब शिमला के रामपुर बुशहर में बादल फटने की घटना सामने आई है।
यहां कुशवा पंचायत के अंतर्गत आने वाले नोनू गांव में हाल ही में घटित बादल फटने की घटना ने ग्रामीण जीवन को बुरी तरह झकझोर कर रख दिया। एक ओर जहां भारी बारिश के साथ अचानक आई इस प्राकृतिक आपदा ने तीन परिवारों को बेघर कर दिया, वहीं दूसरी ओर गांव की आर्थिक रीढ़ मानी जाने वाली बागवानी को भी गहरा झटका लगा है।
जानकारी के अनुसार, रविवार रात करीब तीन बजे आसमान से बरसे कहर के चलते गांव में भारी जलप्रवाह और मलबा फैल गया, जिससे चरणदास, सुरजीत और राजीव कुमार के मकान गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गए। इन घरों की दीवारें गिर गईं और छतों को भारी नुकसान पहुंचा।
गनीमत रही कि घटना के वक्त सभी लोग समय रहते घरों से बाहर निकल गए, जिससे किसी की जान को नुकसान नहीं हुआ। घरों की तबाही से प्रभावित परिवार अब अस्थायी शरण में रहने को मजबूर हैं। घटना के बाद गांव में दहशत का माहौल है और लोग अब भी सदमे में हैं।
इस आपदा ने केवल घरों को ही नहीं, बल्कि गांव की आजीविका को भी बुरी तरह प्रभावित किया है। नोनू गांव की अधिकांश आबादी सेब की बागवानी पर निर्भर है, लेकिन इस घटनाक्रम में लगभग 3540 फलदार सेब के पेड़ या तो जड़ से उखड़ गए या फिर उन पर लगे फल मलबे के साथ बह गए।
बागवानों का कहना है कि कई बागीचों में 4 से 5 फुट तक मलबा भर गया है, जिससे पेड़ अब और उपज नहीं दे पाएंगे। इससे लाखों रुपये की आर्थिक हानि का अनुमान लगाया जा रहा है, जो कि इस पहाड़ी क्षेत्र के लिए एक बड़ी मार है।
घटना की सूचना पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा प्रशासन को दे दी गई है। ग्रामीणों ने शीघ्र राहत और मुआवजे की मांग उठाई है। वहीं, प्रशासनिक टीमें भी नुकसान का जायजा लेने के लिए क्षेत्र का दौरा करने की तैयारी में हैं।