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October 16, 2025
हिमाचल के सेंट्रल जेल में कैदी की मौ*त, उम्र कैद की काट रहा था सजा- परिजनों ने...
साल 2004 के एक केस की काट रहा था सजा
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सिरमौर। हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले से एक सनसनीखेज खबर सामने आई है। यहां सेंट्रल जेल नाहन में उम्रकैद की सजा काट रहे एक कैदी की मौत हो गई है। कैदी की मौत के बाद जेल प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है।
बताया जा रहा है कि कैदी साल 2004 में शिमला में हुए एक हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था। जेल प्रशासन के अनुसार, वह अब तक सिर्फ एक बार पैरोल पर बाहर गया था।
मृतक की पहचान राजेंद्र सिंह (50) पुत्र सुरजीत सिंह, निवासी विष्णु गार्डन, नई दिल्ली के रूप में हुई है। जानकारी के अनुसार, मंगलवार को राजेंद्र सिंह को ऑर्थोपेडिक जांच (हड्डी व जोड़ों से संबंधित समस्या) के लिए जेल प्रशासन द्वारा मेडिकल कॉलेज नाहन भेजा जा रहा था।
जैसे ही वाहन गुन्नूघाट के पास पहुंचा, कैदी को अचानक चक्कर आया और वह बेहोश होकर नीचे गिर पड़ा। साथ चल रहे सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत स्थिति की सूचना जेल प्रशासन को दी और एंबुलेंस मंगवाई गई, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही कैदी ने रास्ते में दम तोड़ दिया।
कैदी को जब मेडिकल कॉलेज पहुंचाया गया तो चिकित्सकों ने जांच के बाद उसे ‘ब्रॉट डेड’ (अस्पताल पहुंचने से पहले मृत्यु) घोषित कर दिया। इसके बाद नाहन पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम की कार्रवाई शुरू की।
बुधवार को मेडिकल कॉलेज नाहन में डॉक्टरों के पैनल द्वारा पोस्टमार्टम करवाया गया। कैदी की मौत के बाद परिजनों में दुख का माहौल है। परिजनों को जैसे ही जेल प्रशासन की ओर से फोन आया-वैसे ही परिजनों में चीख-पुकार मच गई।
पुलिस ने बताया कि शव पर किसी प्रकार के चोट या हिंसा के निशान नहीं मिले। मृत्यु का कारण प्राकृतिक या हृदयाघात (हार्ट अटैक) बताया जा रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति पूरी तरह स्पष्ट होगी। शव को पोस्टमार्टम के बाद मृतक के परिजनों के हवाले कर दिया गया है।
DSP हेडक्वार्टर रमाकांत ठाकुर ने बताया कि प्राथमिक जांच में किसी तरह की संदिग्ध गतिविधि नहीं पाई गई है। उन्होंने कहा कि कैदी की मौत की सूचना सीजेएम नाहन कोर्ट सहित सक्षम अधिकारियों को दे दी गई है। जेल प्रशासन ने पूरी घटना का ब्यौरा उच्च अधिकारियों को भेज दिया है और आगे की कार्रवाई नियमानुसार की जा रही है।
जेल सूत्रों के अनुसार, राजेंद्र सिंह पिछले कई वर्षों से जेल में अनुशासन का पालन कर रहा था। उसे हाल ही में हड्डियों में दर्द और कमजोरी की शिकायत थी, जिसके चलते उसे मेडिकल जांच के लिए बाहर ले जाया जा रहा था। कैदी की मौत को लेकर फिलहाल परिजनों ने भी कोई संदेह जारी नहीं किया है।