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August 5, 2025
हिमाचल के इन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी, सतलुज का जलस्तर बढ़ा- लोग सहमे
सरकारी और निजी संपत्ति को अब तक लगभग 1753 करोड़ रुपए का नुकसान
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शिमला। हिमाचल प्रदेश में मानसून का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। बीती रात से प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश हो रही है, जिससे न केवल जनजीवन प्रभावित हुआ है बल्कि नदियों के जलस्तर में भी तेजी से बढ़ोतरी हो रही है।
सबसे चिंताजनक स्थिति सतलुज नदी को लेकर सामने आई है। कोल-डैम प्रबंधन ने आज सुबह 8:45 बजे बांध से पानी छोड़ने का अलर्ट जारी किया है। यह निर्णय नदी में लगातार बढ़ते इन्फ्लो को देखते हुए लिया गया है। विभाग के अनुसार, डैम से पानी छोड़े जाने के बाद सतलुज नदी का जलस्तर 4 से 5 मीटर तक बढ़ सकता है। इसको देखते हुए पंजाब के लोगों को भी सतर्क रहने और नदी के किनारे न जाने की सलाह दी गई है।
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लगातार हो रही भारी बारिश का असर राज्य की सड़कों पर भी दिख रहा है। चंडीगढ़-मनाली फोरलेन पंडोह के कैंचीमोड़ के पास भूस्खलन के कारण सड़क बंद हो गई है। इससे सैकड़ों वाहन दोनों ओर फंसे हुए हैं और लोग रातभर सड़कों पर फंसे रहे। प्रशासन सड़क को बहाल करने में जुटा हुआ है, लेकिन लगातार बारिश राहत कार्यों में बाधा बन रही है।
मौसम विभाग ने मंगलवार (6 अगस्त) को ऊना, बिलासपुर और कांगड़ा जिलों में भारी बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं, हमीरपुर, मंडी और सिरमौर जिले के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है।
आगामी 8 अगस्त तक प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में बारिश जारी रहने की संभावना जताई गई है। विभाग ने यह भी बताया है कि अगस्त के अंत तक हिमाचल में सामान्य से ज्यादा बारिश हो सकती है।
भारी बारिश और भूस्खलन के कारण प्रदेश भर में अब तक 265 सड़कें और 282 पेयजल योजनाएं ठप पड़ी हैं। जिससे लोगों को रोजमर्रा की ज़िंदगी में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बिलासपुर, चंबा, हमीरपुर, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सिरमौर, सोलन और ऊना जिलों में कई जगहों से लैंडस्लाइड की खबरें भी आ रही हैं।
मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, इस मानसून सीजन में अब तक हिमाचल में 192 लोगों की जान जा चुकी है। इनमें से 31 लोगों की मौत भूस्खलन, बाढ़ और बादल फटने जैसी प्राकृतिक आपदाओं में हुई है, जबकि 36 लोग अब भी लापता हैं। सरकारी और निजी संपत्ति को अब तक लगभग 1753 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है।
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प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अनावश्यक रूप से यात्रा न करें, नदियों के किनारे न जाएं और मौसम विभाग की चेतावनियों का गंभीरता से पालन करें।