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October 18, 2025

मंत्री विक्रमादित्य की इमोशनल अपील, बोले- अब मुझे राजा या टिक्का न कहें, समय बदल चुका है

कर्मों और विचारों से हो इंसान की पहचान

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Vikramaditya Singh

शिमला। हिमाचल प्रदेश लोक निर्माण विभाग मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने अपने जन्मदिन के अवसर पर एक ऐसी अपील की, जिसने राजनीतिक हलकों से लेकर आम जनता तक सबका ध्यान खींच लिया। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा करते हुए लोगों से आग्रह किया कि अब उन्हें “राजा जी” या “टिक्का जी” कहकर न पुकारें, बल्कि उनके नाम से ही संबोधित करें।

कर्मों और विचारों से हो पहचान

विक्रमादित्य ने लिखा कि वे उन सभी लोगों के स्नेह, सम्मान और आत्मीयता के लिए आभारी हैं, जो उन्हें इन पारंपरिक उपाधियों से बुलाते हैं, लेकिन समय के साथ समाज और सोच दोनों आगे बढ़ चुके हैं।

 

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उन्होंने कहा कि ऐसे संबोधन हमारे गौरवशाली इतिहास का हिस्सा हैं, मगर आज के युग में इनकी आवश्यकता नहीं रह गई है। उनका मानना है कि किसी व्यक्ति की पहचान उसके कर्मों और विचारों से होनी चाहिए, न कि उपाधियों से। उन्होंने कहा, “मेरे लिए सबसे बड़ा सम्मान यही होगा कि आप मुझे मेरे नाम से पुकारें।”

इसलिए करनी पड़ी पोस्ट

विक्रमादित्य सिंह की यह पोस्ट उनके जन्मदिन के एक दिन बाद सामने आई, जब हजारों समर्थकों और शुभचिंतकों ने सोशल मीडिया पर उन्हें बधाइयाँ दीं। कई लोगों ने पारंपरिक रूप से उन्हें “राजा विक्रमादित्य सिंह” या “टिक्का साहिब” कहकर संबोधित किया था। इसी संदर्भ में उन्होंने यह स्पष्ट संदेश जारी किया।

 

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बुशहर रियासत के हैं 123वें राजा

वीरभद्र सिंह के निधन के बाद रामपुर बुशहर रियासत की परंपरा के अनुसार 10 जुलाई 2021 को विक्रमादित्य का राजतिलक पद्म पैलेस में किया गया था। इस प्राचीन रियासत में यह परंपरा रही है कि जब तक उत्तराधिकारी का राजतिलक नहीं हो जाता, तब तक राजा का अंतिम संस्कार नहीं किया जाता। इसी परंपरा के तहत विक्रमादित्य सिंह बुशहर रियासत के 123वें राजा बने।

माना जाता है, कृष्ण की वंशावली

बुशहर रियासत को भगवान कृष्ण की वंशावली से संबंधित माना जाता है, और यहां का इतिहास हिमाचल की सांस्कृतिक धरोहर में विशेष स्थान रखता है। विक्रमादित्य की यह अपील इस बात का प्रतीक है कि वे परंपरा और आधुनिकता के बीच संतुलन साधते हुए एक नई राजनीतिक पहचान गढ़ना चाहते हैं। जहां विरासत का सम्मान हो, लेकिन व्यक्ति की पहचान उसके कर्मों से तय हो।

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