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February 23, 2025
हिमाचल : तिरंगे में लिपटकर घर आया लाल, चार महीने पहले ही ज्वाइन की थी आर्मी
दो बहनों का इकलौता भाई था अर्पित, पिता करते हैं दिहाड़ी-मजदूरी
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कांगड़ा। तिरंगे ने लपेटी उसकी जवानी सभी। मिट्टी को सौंपा उसने अपना लहू, अमर रहेगा वो कल भी। हिमाचल प्रदेश के नौजवानों की पहली पसंद होती है देश सेवा करना। ऐसे में प्रदेश के कई लाल देश की सरहदों पर डटे हुए हैं और कई जवान देश सेवा करते हुए शहीद भी हो गए हैं। अब ताजा मामला कांगड़ा जिले से सामने आया है- जहां एक परिवार ने अपना इकलौता जवान बेटा खो दिया है।
देहरा उपमंडल की ग्राम पंचायत शिवनाथ के बरवाड़ा गांव के अग्निवीर अर्पित कौंडल का तबीयत खराब होने के कारण निधन हो गया है। अर्पित अभी महज 21 साल के थे और चार महीन पहले ही भारतीय सेना में अग्निवीर योजना के तहत भर्ती हुए थे। जवान बेटे की मौत के बाद पूरा परिवार सदमे में है और पूरे क्षेत्र में मातम पसरा हुआ है।
जानकारी के अनुसार, अर्पित हैदराबाद RT ट्रेनिंग सेंटर में रंगरूट प्रशिक्षण कर रहे थे। इस दौरान अर्पित की तबीयत बिगड़ गई- जहां से फिर अर्पित को इलाज के लिए सिकंदराबाद ट्रीटमेंट आर्मी अस्पताल में भर्ती कराया गया। मगर अर्पित की हालत में कोई सुधार नहीं हुआ। ऐसे में डॉक्टरों द्वारा अर्पित को पुणे में आर्मी बेस अस्पताल रेफर कर दिया। जहां बीते शुक्रवार को उपचार के दौरान अर्पित ने दम तोड़ दिया।
अर्पित की पार्थिव देह कल सुबह 10 बजे उनके पैतृक गांव पहुंची। अर्पित को तिरंगे में लिपटा देखकर परिजनों में चीख-पुकार मच गई। अर्पित की अंतिम यात्रा में सैकड़ों लोग शामिल हुए और वीर जवान अमर रहे के नारों के साथ अर्पित को अंतिम विदाई दी। अर्पित के पैतृक गांव के श्मशान घाट में पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।
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अर्पित अपने परिवार का इकलौता बेटा था। अर्पित की दो बहने हैं- जिनका अर्पित बहुत ही लाडला था। अर्पित के पिता हमेराज दिहाड़ी-मजदूरी करके परिवार का भरण-पोषण कर रहे थे। अर्पित के सेना में जाने से परिवार को अच्छे दिनों की उम्मीद थी। मगर अर्पित के निधन ने पूरे परिवार को झकझोर रख दिया है।
अर्पित के निधन पर हिमाचल के CM सुखविंदर सिंह सुक्खू और देहरा की विधायक कमलेश ठाकुर ने भी शोक व्यक्त किा है। उन्होंने कहा कि सरकार अर्पित के परिवार के साथ है। भगवान इस दुख की घड़ी में परिवार को हिम्मत प्रदान करे।