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March 20, 2025

CM सुक्खू के जिले में खूब छलक रहे जाम- साल भर में गटक गए 112 करोड़ की शराब

शराब ठेकों की नीलामी शुरू, सरकार को करोड़ों के राजस्व की उम्मीद

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हमीरपुर। हर साल की तरह इस बार भी हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले में शराब ठेकों की नीलामी प्रक्रिया शुरू हो गई है। राज्य कर एवं आबकारी विभाग द्वारा आयोजित इस नीलामी में अधिक से अधिक ठेकेदारों को भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। प्रदेश में शराब बिक्री से प्राप्त राजस्व सरकार की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यही कारण है कि विभाग इस बार भी नीलामी के जरिए करोड़ों रुपये के राजस्व की उम्मीद कर रहा है।

शराब की खपत और राजस्व

हमीरपुर जिले में शराब की खपत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पिछले वर्ष यहां 112 करोड़ 20 लाख रुपये से अधिक की शराब बिकी थी। बीते वर्ष जिले की पांच यूनिट में कुल 150 शराब ठेकों की नीलामी हुई थी, जिससे सरकार को अच्छा खासा राजस्व प्राप्त हुआ था। इस बार नीलामी प्रक्रिया में कुछ बदलाव किए गए हैं, जिससे ठेकों की संख्या में मामूली वृद्धि देखने को मिली है।

बदलाव और नई व्यवस्था

इस साल जिला हमीरपुर में ठेकों की नीलामी के लिए कुछ अहम बदलाव किए गए हैं। जहां पहले पांच यूनिट में 150 ठेके थे, वहीं इस बार यूनिट की संख्या बढ़ाकर 12 कर दी गई है, जबकि दुकानों की संख्या 154 कर दी गई है।

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पहले प्रत्येक यूनिट 21 से 22 करोड़ रुपये में नीलाम की जाती थी, लेकिन इस बार इसे घटाकर 8 से 10 करोड़ रुपये प्रति यूनिट रखा गया है। अब तक सात यूनिटों की नीलामी पूरी हो चुकी है, जिससे सरकार को 71 करोड़ 64 लाख 79 हजार रुपये से अधिक की आमदनी हुई है। हालांकि, पांच यूनिटों के 57 ठेकों की नीलामी अभी भी बाकी है, क्योंकि इनमें सही बोलीदाता नहीं मिल पाए हैं।

देशी और अंग्रेजी शराब का कोटा एवं लक्ष्य

शराब को आमतौर पर दो श्रेणियों में बांटा जाता है—देशी (Country Liquor, CL) और अंग्रेजी (Indian Made Foreign Liquor, IMFL)। इस बार विभाग ने हमीरपुर जिले में शराब बिक्री से 114 करोड़ 17 लाख 65 हजार रुपये का राजस्व अर्जित करने का लक्ष्य रखा है।

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इसमें देशी शराब से 56 करोड़ 13 लाख रुपये और अंग्रेजी शराब से 58 करोड़ 4 लाख रुपये की कमाई का अनुमान लगाया गया है। विभाग द्वारा इस वर्ष कुल 31,97,413 प्रूफ लीटर (PLS) शराब बेचने का लक्ष्य तय किया गया है। इसमें से 19,35,555 प्रूफ लीटर देशी शराब और 12,61,858 प्रूफ लीटर अंग्रेजी शराब की बिक्री होनी है।

प्रूफ लीटर से शराब की मात्रा का आकलन

शराब की मात्रा को आमतौर पर मिलीलीटर (ML) या लीटर में मापा जाता है, लेकिन इसकी वास्तविक क्षमता और अल्कोहल की मात्रा को प्रूफ लीटर (PLS) के आधार पर आंका जाता है।
- देशी शराब की एक पेटी में 4.5 प्रूफ लीटर होता है।
- अंग्रेजी शराब की एक पेटी में 6.75 प्रूफ लीटर होता है।

राजस्व-आबकारी विभाग की रणनीति

सरकार शराब बिक्री को लेकर स्पष्ट नीति अपनाए हुए है, जिसमें ठेकों की नीलामी से अधिकतम राजस्व प्राप्त करना प्रमुख उद्देश्य है। हालांकि, इसके साथ ही अवैध शराब की बिक्री पर भी सख्ती बरती जा रही है। विभाग ने सभी ठेकों के संचालकों को निर्देश दिए हैं कि वे शराब की बिक्री के दौरान नियमों का पालन करें और अवैध गतिविधियों से बचें।

शराब नीलामी का असर

शराब की खपत और उसकी बिक्री से प्राप्त राजस्व से प्रदेश की अर्थव्यवस्था को काफी सहारा मिलता है। इस बार भी सरकार को उम्मीद है कि नीलामी पूरी होने के बाद लक्ष्य के अनुरूप राजस्व प्राप्त होगा।

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हालांकि, समाज के कुछ वर्गों द्वारा शराब की बढ़ती खपत को लेकर चिंता भी जताई जाती रही है, जिस पर सरकार समय-समय पर जागरूकता अभियान चलाकर नियंत्रण करने का प्रयास करती है। आने वाले दिनों में नीलामी प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही साफ हो पाएगा कि इस साल का राजस्व लक्ष्य पूरा होता है या नहीं। फिलहाल, ठेकों की नीलामी जारी है और शेष यूनिटों की नीलामी भी जल्द ही पूरी होने की उम्मीद की जा रही है।

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