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July 13, 2025

सावधान हिमाचल ! अगले पांच दिन तक जमकर होगी बारिश, आज अलर्ट पर हैं चार जिले

मानसून की चाल धीमी, लेकिन खतरा अभी भी बरकरार

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Himachal Weather Update

शिमला। हिमाचल प्रदेश में मानसून का कहर फिलहाल थमता नहीं दिख रहा है। IMD की ताजा चेतावनी के अनुसार, अभी लोगों को बारिश से राहत नहीं मिलेगी। IMD के अनुसार, अगले एक हफ्ते तक प्रदेश में रुक-रुक कर बारिश का सिलसिला जारी रहेगा।

चार जिलों में यलो अलर्ट जारी

मौसम विभाग ने 13 जुलाई से 18 जुलाई तक राज्य के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश और कुछ स्थानों पर आंधी-तूफान के साथ भारी बारिश की आशंका जताई है। इसी के मद्देनजर चार जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है।

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तेज हवाओं के साथ बारिश

आज के लिए मौसम विभाग ने मंडी, शिमला, सोलन और सिरमौर जिलों में यलो अलर्ट जारी किया है। इन क्षेत्रों में तेज हवाओं के साथ मध्यम से भारी बारिश की संभावना है। अन्य जिलों जैसे कांगड़ा, कुल्लू, बिलासपुर, ऊना, और चम्बा में भी रुक-रुक कर हल्की वर्षा होने की संभावना जताई गई है। पर्वतीय इलाकों में भूस्खलन का खतरा एक बार फिर बढ़ गया है।

मानसून की चाल धीमी, खतरा बरकरार

हालांकि, इस बार मानसून की रफ्तार पिछले हफ्ते के मुकाबले कुछ धीमी रही है। मौसम विभाग के अनुसार, बीते हफ्ते राज्य में औसतन 17 फीसदी कम वर्षा रिकॉर्ड की गई। कुछ जिलों- बिलासपुर, कुल्लू, मंडी, हमीरपुर और ऊना में सामान्य से अधिक वर्षा हुई। जबकि, अन्य जिलों में यह औसत से कम रही। कम बारिश के बावजूद वर्षा जनित आपदाओं का खतरा बना हुआ है।

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दो NH समेत 250 सड़कें बंद

राज्य में सबसे ज्यादा तबाही मंडी जिले में देखने को मिल रही है। भारी बारिश और भूस्खलन के चलते यहां दो नेशनल हाईवे सहित कुल 250 सड़कें बंद हो चुकी हैं। मंडी-कुल्लू राष्ट्रीय राजमार्ग 4 मील के पास मलबा गिरने से बंद पड़ा है, जबकि धर्मपुर-कोटली मार्ग भी लैंडस्लाइड की भेंट चढ़ गया है। अकेले मंडी जिले में 203 सड़कें अवरुद्ध हैं, जिससे स्थानीय जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है।

बिजली और पानी की सप्लाई भी चरमराई

राज्य में केवल यातायात ही नहीं, बल्कि बिजली और जलापूर्ति व्यवस्था भी पूरी तरह प्रभावित हुई है। विभागीय आंकड़ों के अनुसार अब तक 327 बिजली ट्रांसफार्मर ठप हो चुके हैं, जबकि 787 पेयजल योजनाएं प्रभावित हुई हैं। ग्रामीण और पर्वतीय इलाकों में लोग पीने के पानी की किल्लत और लंबे समय तक बिजली कटौती से जूझ रहे हैं।

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नदी-नालों से दूर रहें

राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA) ने जिला प्रशासन को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं। भूस्खलन संभावित इलाकों में निगरानी बढ़ा दी गई है। पर्यटकों और स्थानीय निवासियों को नदी-नालों से दूर रहने और पहाड़ी क्षेत्रों में अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी गई है। प्रदेश सरकार ने भी संबंधित विभागों को आवश्यक मशीनरी और स्टाफ तैयार रखने को कहा है ताकि आपात स्थिति में तुरंत राहत पहुंचाई जा सके।

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