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July 30, 2025

हिमाचल में फिर भारी बारिश और बाढ़ का अलर्ट जारी, इन 10 जिलों पर मंडरा रहा खतरा

अभी कुछ दिन लगातार जारी रहेगा बारिश का दौर

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HIMACHAL WEATHER

शिमला। हिमाचल प्रदेश में मानसून का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। सूबे के ज्यादातर जिलों में पिछले 24 घंटे से मूसलाधार बारिश हो रही है। भारी बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इसी बीच अब मौसम विभाग ने एक बार हिमाचल में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।

प्रदेशभर में बारिश का सिलसिला जारी

मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने जानकारी दी है कि प्रदेश में 4 अगस्त तक वर्षा का दौर जारी रहेगा। आज 30 जुलाई के लिए मौसम विभाग ने प्रदेश के दस जिलों में बारिश और बाढ़ आने का अलर्ट जारी किया है।

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अलर्ट पर दस जिले

मौसम विभाग ने चंबा, मंडी, कुल्लू और कांगड़ा में भारी बारिश की चेतावनी देते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इन क्षेत्रों में जलभराव, भूस्खलन और नदियों-नालों में जलस्तर बढ़ने की संभावना जताई गई है। वहीं, शिमला, ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, सोलन और सिरमौर में येलो अलर्ट जारी किया गया है, जहां भी मध्यम से भारी बारिश की संभावना बनी हुई है।

अगले कुछ दिन संवेदनशील

मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के वैज्ञानिक संदीप शर्मा के अनुसार, 4 अगस्त तक पूरे हिमाचल प्रदेश में वर्षा का सिलसिला बना रहेगा। आज विशेष रूप से कांगड़ा, मंडी, कुल्लू और चंबा जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।

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नदी-नालों से दूर रहें लोग

ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, शिमला, सोलन और सिरमौर में भी स्थिति सामान्य नहीं कही जा सकती, यहां येलो अलर्ट लागू किया गया है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे नदी-नालों के किनारे जाने से बचें और आवश्यक होने पर ही घरों से बाहर निकलें।

हल्की राहत की उम्मीद

मौसम विभाग ने यह भी संभावना जताई है कि 31 जुलाई से लेकर 2 अगस्त तक वर्षा की तीव्रता में कुछ हद तक कमी आ सकती है, लेकिन यह राहत सीमित और अस्थायी होगी। ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, सिरमौर और कांगड़ा जिलों में कुछ स्थानों पर फिर भी भारी बारिश हो सकती है, जिसके चलते इन क्षेत्रों में येलो अलर्ट जारी किया गया है।

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सतर्कता बरतने की अपील

प्रशासन ने प्रदेशवासियों से अनुरोध किया है कि वे मौसम से जुड़ी चेतावनियों पर नजर रखें और किसी भी आपात स्थिति में स्थानीय प्रशासन से तुरंत संपर्क करें। पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन और सड़कें धंसने का खतरा लगातार बना हुआ है। यात्रियों और स्थानीय नागरिकों को सलाह दी गई है कि वे यात्रा से पूर्व मौसम अपडेट अवश्य लें और सुरक्षित मार्गों का ही चयन करें।

मंडी में हालात गंभीर, राहत कार्य जारी

आपको बता दें कि बीते कल मंडी जिला एक बार फिर भीषण आपदा की चपेट में आया है, जहां बादल फटने की एक गंभीर घटना में चार लोगों की मौत हो गई है। मंडी जिले के प्रभावित क्षेत्र में स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन दल लगातार राहत व बचाव कार्यों में जुटे हुए हैं। तेज बारिश के चलते कई स्थानों पर सड़कें बह गई हैं, नालों में उफान है और कुछ ग्रामीण इलाकों का संपर्क टूट गया है। बादल फटने की यह घटना देर रात सामने आई, जब अधिकतर लोग सो रहे थे। अचानक आई आपदा ने लोगों को संभलने का मौका तक नहीं दिया।

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