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September 7, 2025
हिमाचल में कमजोर पड़ने लगा मानसून, अगले 3 दिन तक साफ रहेगा मौसम- कई जगह खिलेगी धूप
दो महीने से लगातार हो रही बरसात ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है
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शिमला। हिमाचल प्रदेश में इस साल का मानसून अब धीरे-धीरे कमजोर पड़ने लगा है। मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों के लिए हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश का कोई अलर्ट जारी नहीं किया है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, इस अवधि में ज्यादातर इलाकों में मौसम साफ रहने का अनुमान है। हालांकि, कुछ ऊपरी और मध्य पर्वतीय क्षेत्रों में हल्की बारिश की संभावना से इंकार नहीं किया गया है। कई जगह धूप खिलने का भी अनुमान जताया गया है।
मौसम विभाग के इस पूर्वानुमान से लोगों को भारी राहत मिली है, क्योंकि बीते दो महीने से लगातार बरसात ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया था। मगर राहत के इस संदेश के बीच नुकसान के आंकड़े राज्य के लिए चिंता का सबब बने हुए हैं।
आपदा प्रबंधन विभाग की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, इस मानसून सीजन में अब तक हिमाचल प्रदेश को करीब 3,979 करोड़ रुपए की निजी और सरकारी संपत्ति का नुकसान हो चुका है। बरसात के कारण चार राष्ट्रीय राजमार्ग सहित कुल 1087 सड़कें बंद हैं।
यही नहीं, 2838 बिजली ट्रांसफॉर्मर ठप हो चुके हैं, जबकि 509 पेयजल योजनाएं भी प्रभावित हुई हैं, जिससे ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में पानी की किल्लत बनी हुई है। प्राकृतिक आपदाओं के आंकड़े भी कम भयावह नहीं हैं।
इस मानसून में अब तक प्रदेश में 133 भूस्खलन, 95 बाढ़ जैसी घटनाएं और 45 बादल फटने की घटनाएं दर्ज की जा चुकी हैं। इन आपदाओं ने न केवल बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचाया है, बल्कि आम लोगों की आजीविका को भी गहरा झटका दिया है। अब तक 1078 मकान पूरी तरह ढह चुके हैं, जबकि 4584 मकानों को आंशिक क्षति हुई है। पहाड़ी ढलानों पर बसे कई गांवों में लोग अभी भी सुरक्षित ठिकानों की तलाश में हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार की बरसात ने राज्य के आपदा प्रबंधन तंत्र की चुनौतियों को उजागर किया है। भले ही अब मौसम खुलने की उम्मीद जगी हो, लेकिन पुनर्निर्माण और राहत कार्यों की राह लंबी और कठिन रहने वाली है। फिलहाल सरकार और प्रशासन ने सभी विभागों को तेजी से बहाली कार्य में जुटने के निर्देश दिए हैं।