#विविध
September 5, 2025
सोशल मीडिया पर गुप्त कार्यों की वीडियो डालने से नाराज हैं देवता, अकाउंट बंद करने के निर्देश
सोशल मीडिया के बढ़ते इस्तेमाल से देव परंपराओं का मजाक बन रहा है
शेयर करें:
मंडी। देवभूमि हिमाचल प्रदेश में सदियों पुरानी देवी-देवताओं की परंपराओं और उनकी गरिमा को बनाए रखने के लिए अब देवता कमेटियां खुद पहल करने लगी हैं। मंडी जिले की सराज घाटी के अधिष्ठाता बड़ा देव विष्णु मतलोड़ा सात हार कमेटी ने इस दिशा में ठोस कदम उठाते हुए एक बड़ा फैसला सुनाया है।
कमेटी ने स्पष्ट किया है कि अब कोई भी व्यक्ति बड़ा देव विष्णु मतलोड़ा के देव खेल या गुप्त धार्मिक कार्यों की वीडियो और फोटो अपने निजी सोशल मीडिया अकाउंट पर साझा नहीं कर सकेगा।
आदेश का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ न केवल दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी, बल्कि ऐसे लोगों को समाज से बहिष्कृत भी किया जाएगा। बैठक में पारित प्रस्ताव के अनुसार, देवता के नाम पर चल रहे सभी गैर-आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट तत्काल प्रभाव से बंद किए जाएंगे।
साथ ही देवता से जुड़ी गलत सूचना, अफवाह या भ्रामक कैप्शन प्रसारित करने पर भी कड़ी कार्रवाई का प्रावधान किया गया है। अब देवता से संबंधित किसी भी प्रकार की जानकारी, फोटो या वीडियो केवल कमेटी के संरक्षण और नियंत्रण वाले आधिकारिक अकाउंट से ही जारी होंगे।
स्थानीय लोगों ने इस निर्णय का स्वागत किया है और इसे देव परंपरा की गरिमा बनाए रखने की दिशा में एक आवश्यक कदम बताया है। उनका मानना है कि हाल के वर्षों में सोशल मीडिया के बढ़ते इस्तेमाल से देव परंपराओं का मजाक बन रहा है। कई बार लोग देव खेल के दौरान वीडियो बनाकर वायरल कर देते हैं, जिससे धार्मिक भावनाएं आहत होती हैं और परंपराओं की पवित्रता प्रभावित होती है।
विशेषज्ञों का भी मानना है कि यदि प्रदेश में देवी-देवताओं की प्राचीन परंपराओं को जीवित रखना है तो अन्य देवता कमेटियों को भी ऐसे कदम उठाने होंगे। देव स्थलों और गुप्त परंपराओं की जानकारी को सुरक्षित और मर्यादित रखना ही समाज की एकता और देव आस्था की मजबूती के लिए जरूरी है।