#विविध
July 3, 2025
हिमाचल : भारी बारिश के बीच स्कूल नहीं आएंगे स्टूडेंट्स, टीचर लेंगे ऑनलाइन क्लास- जानें निर्देश
शिक्षा सचिव का सख्त फरमान: बच्चों को मिलेगी राहत, लेकिन कर्मचारियों को नहीं
शेयर करें:
मंडी। हिमाचल प्रदेश में मानसून ने दस्तक देते ही तबाही मचाना शुरू कर दी है। प्रदेश में लगातार हो रही बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। वहीं, सरकार ने भी मौसम के बिगड़ते मिजाज को देखते हुए सख्त रुख अपना दिया है।
जानकारी के अनुसार, मौसम के बिगड़ते रूप को देखते हुए शिक्षा विभाग ने निर्देश जारी किए है। जिले में भारी बारिश के कारण सड़क पर मलबे का ढेर लग गया है और तेज पानी बह रहा है। जिसके कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में शिक्षा सचिव राकेश कंवर ने जिला उपायुक्तों को भारी बारिश के दौरान स्कूल बंद करने के निर्देश दिए हैं।
वहीं, इस पत्र के माध्यम से शिक्षा सचिव ने ये भी साफ किया है कि प्रतिकूल मौसम की स्थिति के कारण आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 के तहत उपायुक्तों को स्कूल बंद करने का अधिकार है, लेकिन शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों को अभी भी स्कूल जाना होगा और अपनी ड्यूटी जारी रखनी होगी। उच्च शिक्षा अधिकारी ने कहा कि खराब मौसम के दौरान विद्यार्थियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता बनी हुई है। ऐसे में उन्हें शारीरिक उपस्थिति से छूट दी गई है।
शिक्षकों को इस दौरान लंबित मिड-डे मील रिकॉर्ड, पाठ योजनाएं, रचनात्मक और सारांश मूल्यांकन, किसी भी लंबित SMC के काम और समग्र शिक्षा और डाइट से संबंधित असाइनमेंट पूरे करने होंगे। स्कूल परिसर से ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करनी होंगी। पीएमआईएस और यू डाइस पोर्टल पर डेटा भी अपडेट करना होगा।
उच्च शिक्षा उप निदेशक कार्यालय में अभी तक महज तीन स्कूल भवनों को नुकसान पहुंचने की रिपोर्ट पहुंची है। इसमें 14 लाख रुपये का नुकसान पहुंचा है। शिक्षा खंड बगस्याड़ में आने वाले शिक्षण संस्थानों में भारी बारिश और भूस्खलन से भवनों को क्षति हुई है। राजकीय प्राथमिक पाठशाला सुराह का भवन पूरी तरह तबाह हो गया है। हालांकि, खबरों की मानें तो अभी तक प्रदेश में 84 स्कूल बाढ़ और मलबे के कारण श्रतिग्रस्त हुए हैं।
नोट : ऐसी ही तेज़, सटीक और ज़मीनी खबरों से जुड़े रहने के लिए नीचे दिए लिंक पर क्लिक कर हमारे फेसबुक पेज को फॉलो करें।