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July 2, 2025
पंडोह डैम में बहकर आई लकड़ी पर वन विभाग की क्लीन चिट : अवैध कटान की बात नकारी, जानें क्या कहा
शिलागढ़ में बादल फटने से बहकर आई बालन की लकड़ी
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कुल्लू। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में हाल ही में आई प्राकृतिक आपदा के बाद पंडोह डैम में बहकर पहुंची भारी मात्रा में लकड़ी को लेकर उठे सियासी तूफान पर अब वन विभाग की रिपोर्ट ने विराम लगा दिया है। विपक्षी नेताओं और कांग्रेस विधायक द्वारा लगाए गए अवैध कटान के आरोपों को वन विभाग ने खारिज कर दिया है।
वन बल प्रमुख ने सौंपी रिपोर्ट, कहा- नहीं मिला कटान का सबूत
वन बल प्रमुख समीर रस्तोगी द्वारा तैयार की गई प्रारंभिक रिपोर्ट सरकार को सौंप दी गई है, जिसमें स्पष्ट किया गया है कि डैम में जो लकड़ी बहकर आई है, वह अवैध कटान की नहीं, बल्कि जंगलों में गिरी हुई बालन की लकड़ी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारी बारिश और बादल फटने से यह लकड़ियां प्राकृतिक रूप से बहकर डैम तक पहुंची हैं।
20 हजार हेक्टेयर वन क्षेत्र को नुकसान
रिपोर्ट में बताया गया है कि शिलागढ़ क्षेत्र में बादल फटने से लगभग 20,000 हेक्टेयर वन क्षेत्र को नुकसान पहुंचा है, जिसमें 6,000 हेक्टेयर ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क भी शामिल है। यह पार्क संरक्षित क्षेत्र होने के कारण यहां गिरे पेड़ों को उठाने की अनुमति नहीं होती, वे वहीं सड़ते रहते हैं। ऐसे में पुराने पेड़ और सूखी लकड़ी बाढ़ के साथ बहकर डैम में आ गई।
कांग्रेस विधायक ने लगाए थे आरोप
पंडोह डैम में बहकर आई लकड़ी को लेकर पहले कांग्रेस विधायक ने अवैध कटान का आरोप लगाया था, जिसके बाद विपक्ष ने भी सरकार पर सवाल खड़े कर दिए थे। लेकिन अब वन विभाग की रिपोर्ट के बाद सियासी माहौल शांत होता नजर आ रहा है। बता दैें कि शिमला में हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से कुलदीप सिंह राठौर ने इस पूरे विषय पर जांच की मांग की थी।