#विविध
July 3, 2025
हिमाचल : आपदा में इंसानियत की मिसाल- दो गर्भवती महिलाओं को पालकी से पहुंचाया अस्पताल
मंडी के परवाड़ा गांव से दो गर्भवती महिलाओं को रेस्क्यू, SDM और BDO ने उठाया बेलचा
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मंडी। हिमाचल प्रदेश में मानसून का कहर लगातार जारी है। मंडी जिले के सराज विधानसभा क्षेत्र के परवाड़ा गांव में बादल फटने के कारण सड़कें टूट गईं और गांव का संपर्क बाकी दुनिया से पूरी तरह कट गया।
ऐसे मुश्किल हालातों में दो गर्भवती महिलाओं को अस्पताल पहुंचाना प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया। लेकिन जब आपदा की घड़ी आई, तो एसडीएम गोहर का अतिरिक्त कार्यभार संभाल रहीं स्मृतिका नेगी और बीडीओ सरवन कुमार ने न सिर्फ मोर्चा संभाला, बल्कि खुद बेलचा उठाकर मलबा हटाने में जुट गए।
लगभग डेढ़ घंटे की कठिन चढ़ाई और भारी मलबे के बीच एसडीआरएफ की टीमों और स्थानीय लोगों की मदद से गर्भवती महिलाओं को कुर्सियों पर बैठाकर सुरक्षित मुख्य सड़क तक लाया गया। वहां से उन्हें एंबुलेंस के जरिए श्री लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज नेरचौक भेजा गया। अब दोनों महिलाएं सुरक्षित हैं और अस्पताल में उपचाराधीन हैं।
इस ऑपरेशन की खास बात यह रही कि राहत कार्य की निगरानी कर रही एसडीएम और बीडीओ खुद बेलचा उठाकर सड़क से मलबा हटाने में जुटे। यह सिर्फ प्रशासनिक नहीं, मानवीय उदाहरण भी था जिसमें नेतृत्व, संवेदनशीलता और कर्तव्य का अद्भुत मेल देखने को मिला।
वहीं मंडी के गोहर उपमंडल के अन्य गांवों जैसे बाड़ा, परवाड़ा और तलवाड़ा में भी भारी बारिश ने तबाही मचाई है। अब तक तीन लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है जबकि दो लोग अभी भी लापता हैं। क्षेत्र की अधिकतर सड़कों का संपर्क टूट चुका है, जिससे राहत व बचाव कार्य चुनौतीपूर्ण हो गया है।
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