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June 1, 2025
हिमाचल: DGP अवार्ड पर घमासान: डॉ अतुल ने रिटायरमेंट के दिन जारी की लिस्ट, तिवारी ने की रद्द
रिटायरमेंट से कुछ घंटे पहले जारी की थी सूची, तिवारी ने चार्ज संभालते ही रद्द की
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शिमला। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के एसपी और डीजीपी डॉ अतुल वर्मा के बीच चल रहे विवाद में अब एक और बड़ा घमासान मच गया है। डीजीपी डॉ अतुल वर्मा ने रिटायरमेंट से पहले शनिवार को 4 आईपीएस अधिकारियों सहित 172 अधिकारियों.कर्मचारियों को डीजीपी डिस्क अवॉर्ड से सम्मानित करने के आदेश जारी किए। लेकिन उनके इन आदेशों को नए कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक अशोक तिवारी ने तुरंत प्रभाव से रद्द करने के आदेश जारी कर दिए।
बताया जा रहा है कि विमल नेगी मामले में सरकार ने डीजीपी डॉ अतुल वर्मा को छुट्टी पर भेज कर अनुशासनात्मक कारवाई की थी। अतुल वर्मा शनिवार 31 मई 2025 को सेवानिवृत्त हुए। ऐसे में वह शनिवार को कुछ देर के लिए कार्यालय में आए थे। उसी दिन सेवानिवृत्त होने से कुछ घंटे पहले ही डॉ अतुल वर्मा ने साल 2024 के लिए डीजीपी डिस्क अवॉर्ड की सूची जारी की। जिसकी अधिसूचना भी जारी कर दी गई। इस सूची मं 4 आईपीएस सहित 172 पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों के नाम शामिल थे।
लेकिन हैरानी की बात यह है कि शनिवार सुबह डॉ अतुल वर्मा द्वारा जारी किए आदेशों को शनिवार की शाम को जैसे ही अतिरिक्त कार्यभार संभाल रहे डीजीपी अशोक तिवारी को चार्ज मिला, उन्होंने अतुल वर्मा की इस अधिसूचना को तुरंत वापस ले लिया। पुलिस मुख्यालय में हुए इस पूरे घटनाक्रम की अब हिमाचल प्रदेश में चर्चा हो रही है।
इस सारे घटनाक्रम ने अब कई सवाल खड़े कर दिए हैं। कई लोग सवाल उठा रहे हैं कि डीजीपी डिस्क अवॉर्ड की अधिसूचना डॉ अतुल वर्मा ने अपनी रिटायरमेंट के अंतिम दिन ही क्यों की। वहीं सवाल यह भी उठ रहा है कि अगर डीजीपी अतुल वर्मा ने अधिसूचना जारी कर दी थी, तो कार्यकारी डीजीपी अशोक तिवारी ने इस अधिसूचना को क्यों रद्द कर दिया। क्या उन्हें इस चयन प्रक्रिया पर आशंका है। लोगों का कहना है कि इस तरह के फैसले अकसर राजनीति में देखे जाते थे, लेकिन अब पुलिस विभाग में भी इस तरह के फैसले लिए जाने लगे हैं।
बता दें कि विमल नेगी मामले में सरकार ने एसपी शिमला संजीव गांधी, डीजीपी डॉ अतुल वर्मा को लंबी छुट्टी पर भेज दिया था। डीजीपी अतुल वर्मा 31 मई को सेवानिवृत्त हो रहे थे। ऐसे में वह अपनी रिटायरमेंट के अंतिम दिन शनिवार सुबह कार्यालय में आए थे। इसी दिन उन्होंने इस सूची को जारी कर दिया। यह सूची हिमाचल प्रदेश पुलिस के सोशल मीडिया पेज पर भी अपलोड कर दी गई थी। सरकार द्वारा डीजीपी डॉ अतुल वर्मा पर की गई अनुशासनात्मक कार्रवाई के चलते उन्हें पुलिस मुख्यालय में विदाई पार्टी भी नहीं दी गई। वह बिना फेयरवेल के ही रिटायर हो गए।
डीजीपी डॉ अतुल वर्मा द्वारा जारी डीजीपी डिस्क अवार्ड की सूची में 2024 में उत्कृष्ट सेवाओं के लिए तत्कालीन आईजी स्टेट विजिलेंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो बिमल गुप्ता, एसपी पीटीसी डरोह अरविंद चौधरी, एसपी मंडी साक्षी वर्मा और एसपी कुल्लू कार्तिकेयन गोकुलचंद्रन का नाम शामिल था। स्टेट विजिलेंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो के इंस्पेक्टर प्रताप चंद को गोल्डन डिस्क अवॉर्ड मिलना था।
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इसके अलावा अन्य पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों में शिमला जिला से 7 अधिकारी, मंडी से 11, सोलन से 4, सिरमौर से 4, किन्नौर से 3, बिलासपुर से 3, हमीरपुर से 3, कुल्लू से 3, लाहौल.स्पीति से 2, स्टेट सीआईडी से 18, पुलिस मुख्यालय से 8, विजिलेंस से 6, ऊना से 3, कांगड़ा से 6, चंबा से 3, और पुलिस जिला बद्दी से 3 अधिकारी व कर्मचारी शामिल थे। फिलहाल इस फैसले को वापस लिया गया हैं।