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April 8, 2025
हिमाचल : छुट्टी बिताने घर आया था जवान, ड्यूटी पर लौटने से पहले थम गई सांसें- पसरा मातम
4 अप्रैल को ज्ञान चंद ने वापिस जाना था ड्यूटी पर
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मंडी। हिमाचल का एक और लाल ड्यूटी पर लौटने से पहले ही सदा के लिए विदा हो गया। मंडी जिले की चौहारघाटी स्थित बड़ी बजगाण पंचायत के रहने वाले रायफलमैन ज्ञान चंद का चंडीगढ़ के मिलिट्री अस्पताल में उपचार के दौरान निधन हो गया।
24 वर्षीय ज्ञान चंद जैक राइफल में वर्ष 2018 में भर्ती हुए थे और वर्तमान में जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में तैनात थे। एक महीने की छुट्टी पर घर आए ज्ञान चंद चार अप्रैल को ड्यूटी पर वापसी करने वाले थे, लेकिन 27 मार्च को अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई।
प्रारंभिक जांच के लिए उन्हें जोगिंद्रनगर सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां से उन्हें कांगड़ा के सिटी अस्पताल में रेफर किया गया। हालत गंभीर होने पर पहली अप्रैल को चंडीगढ़ के मिलिट्री अस्पताल शिफ्ट किया गया, लेकिन तमाम प्रयासों के बावजूद रविवार दोपहर उन्होंने अंतिम सांस ली।
सोमवार को सेना की टुकड़ी द्वारा ज्ञान चंद का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव लाया गया। पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। गांववासियों ने नम आंखों से अपने लाल को अंतिम विदाई दी। जवान बेटे को खोने के बाद से परिवरा में मातम पसरा हुआ है।
कई वीर हुए शहीद
हिमाचल को वीरों की धरती भी कहा जाता है। हिमाचल के कई वीर जवान देश के लिए शहीद हुए हैं। देश सेवा में अपना सर्वस्व अर्पित करने वाले इन जवानों की शहादत ने न केवल उनके गांवों को गमगीन किया है, बल्कि पूरे प्रदेश को गर्व और दुःख की एक अनकही भावना में डुबो दिया है। हिमाचल के हर कोने में देशभक्ति का जज़्बा बसा हुआ है। यहां के बच्चे बचपन से ही तिरंगे को सलामी देना सीखते हैं और सेना में जाने का सपना देखते हैं। हर गांव में कोई न कोई फौजी है, और हर मां अपने बेटे को देश की रक्षा के लिए तैयार करती है।