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December 20, 2025
CM सुक्खू का बुलडोजर एक्शन- चिट्टा माफिया की नींद उड़ी, 6 महीने में टूटेगी संपत्ति
6 महीने में नशा तस्करों की संपत्ति होगी ध्वस्त: सीएम
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कांगड़ा। नशे के खिलाफ हिमाचल सरकार अब आर-पार के मूड में नजर आ रही है। राजधानी से लेकर गांव तक फैले चिट्टे के नेटवर्क को लेकर CM ने खुली चेतावनी दे दी है। साफ शब्दों में कहा गया है कि अब नशा माफिया का रसूख, पहचान या दबदबा किसी काम नहीं आएगा। चिट्टे के कारोबार से बनाई गई संपत्तियों को न सिर्फ जब्त किया जाएगा, बल्कि जरूरत पड़ी तो उन्हें जमीनदोज़ भी किया जाएगा। यह संदेश सिर्फ बयान नहीं, बल्कि आने वाले महीनों की कार्रवाई का संकेत माना जा रहा है।
जिला कांगड़ा के इंदौरा विधानसभा क्षेत्र में आयोजित इंदौरा उत्सव के समापन समारोह में जनसभा को संबोधित करते हुए CM ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार नशा माफिया के किसी भी व्यक्ति को नहीं बख्शेगी, चाहे वह कितना ही प्रभावशाली क्यों न हो। उन्होंने कहा कि युवाओं को नशे से बचाना सरकार की नैतिक जिम्मेदारी है और इस जिम्मेदारी से सरकार पीछे नहीं हटेगी।
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CM ने सख्त लहजे में कहा कि चिट्टे के कारोबार से बनाए गए मकानों को आगामी छह महीनों में तोड़ दिया जाएगा। इसके साथ ही नशे से अर्जित की गई कमाई और संपत्तियों को जब्त किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अब तक नशे के कारोबार से जुड़ी करीब 50 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति जब्त की जा चुकी है और आने वाले महीनों में यह कार्रवाई और तेज होगी।
CM सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा शुरू किया गया “चिट्टा मुक्त हिमाचल” अभियान अब सरकार तक सीमित नहीं रहा, बल्कि यह एक जन आंदोलन का रूप ले चुका है। उन्होंने इंदौरा विधानसभा क्षेत्र वैल्फेयर सोसायटी की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रम समाज को जागरूक करने में अहम भूमिका निभाते हैं। मुख्यमंत्री ने दावा किया कि सरकार नशा तस्करों और अंतरराज्यीय गिरोहों की रीढ़ तोड़ने में सफल रही है।
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CM ने लोगों से अपील की कि नशे से जुड़ी किसी भी गतिविधि की सूचना आपातकालीन नंबर 112 पर दें। उन्होंने कहा कि सूचना देने वालों को 10 हजार रुपये से लेकर 10 लाख रुपये तक का इनाम दिया जाएगा और उनकी पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाएगी।
जनसभा को संबोधित करते हुए CM ने केंद्र सरकार द्वारा मनरेगा को समाप्त करने और उसकी जगह नया विधेयक लाने के निर्णय की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि विश्व की सबसे बड़ी रोजगार योजना को खत्म करना गरीबों के साथ अन्याय है। मनरेगा कोरोना जैसे कठिन समय में भी गरीबों का सहारा बनी रही और इसे खत्म करना गरीब विरोधी कदम है।
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CM सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य में रोजगार और स्वरोजगार के नए अवसर सृजित कर रही है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि राज्य चयन आयोग के माध्यम से जल्द ही विभिन्न विभागों में हजारों पदों पर भर्तियां की जाएंगी, ताकि युवाओं को रोजगार मिल सके और वे नशे की राह पर न जाएं।