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July 1, 2025
हिमाचल में 4 जगह बादल फटा, कई लोगों ने गंवाया जीवन- इन जिलों के स्कूल बंद
20 से अधिक घरों पर गिरा मलबा
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मंडी। हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में सोमवार देर रात बादल फटने की घटनाओं ने कहर बरपा दिया। जिले के कम से कम चार अलग-अलग इलाकों—कुट्टी बाइपास, पुराना बस अड्डा, थुनाग और गोहर में तेज बारिश के साथ बादल फटने से हालात भयावह हो गए हैं। आपदा में एक व्यक्ति की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 13 से अधिक लोगों के मलबे में फंसे होने की सूचना है।
गोहर क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित हुआ है, जहां दो मकान पूरी तरह से बह गए। हादसे के वक्त इन घरों में रह रहे 8 लोग भी तेज बहाव में लापता हो गए। प्रशासन और स्थानीय लोग पूरी रात रेस्क्यू अभियान में जुटे रहे, लेकिन तेज बारिश और रास्तों में आए मलबे ने राहत कार्य में बाधाएं पैदा कर दी हैं।
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धर्मपुर के स्याठी गांव सहित मंडी के अन्य क्षेत्रों में भारी भूस्खलन हुआ है। जानकारी के अनुसार, 20 से अधिक घरों पर मलबा गिरा है, जिससे लोग मलबे में दबे हो सकते हैं। प्रशासनिक टीमें मौके पर हैं, लेकिन कुछ स्थानों तक पहुंचना बेहद कठिन हो गया है क्योंकि सड़कें भी भारी मलबे की चपेट में हैं।
कुकलाह गांव में भी बादल फटने से तबाही मच गई। यहां माता कश्मीरी मंदिर समेत कई घर नाले के तेज बहाव में समा गए। साथ ही, सुकेती खड्ड और अन्य नाले उफान पर हैं, जिससे कई निचले इलाकों में पानी भर गया है। लोग रातभर घरों से बाहर निकलकर सुरक्षित स्थानों की ओर भागते रहे।
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करसोग क्षेत्र में भी बादल फटने की पुष्टि हुई है। वहां स्थानीय लोगों ने अपनी सूझबूझ से रस्सियों के सहारे फंसे हुए लोगों को बाहर निकाला। कई स्थानों पर लोगों ने रात खुले आसमान के नीचे गुजारी।
इधर, लगातार भारी बारिश और खतरे को देखते हुए मंडी और कांगड़ा जिलों में स्कूल-कॉलेजों की छुट्टी घोषित कर दी गई है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे नालों और खड्डों के पास न जाएं और पहाड़ी ढलानों से दूरी बनाए रखें। फिलहाल मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों तक और भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।