#विविध
March 16, 2025
हिमाचल : जिस बेटे के जिंदा होने की आस छोड़ चुका था परिवार, 6 साल बाद मिला सही-सलामत
मानसिक रूप से था बीमार, अमृतसर में हो गया था लापता
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चंबा। हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में वो भावनाओं से भरा क्षण किसी चमत्कार से कम नहीं था। जब छह साल पहले अपने परिवार से बिछड़ा एक युवक अपने परिवार से मिला। बेटे को सही-सलामत देखकर परिजनों की आंखें खुशी से नम थी। परिवार उसके जिंदा होने तक की उम्मीद छोड़ चुका था। मगर अब जब 6 साल बाद उन्होंने उसे अपनी नजरों के सामने देखा तो वो भावुक हो गए।
इस मिलन ने यह साबित कर दिया कि समय कितना भी बीत जाए, सच्चा प्यार और परिवार का बंधन कभी कमजोर नहीं होता। छह साल की यह दूरी, कुछ ही पलों में मिट गई। यह चमत्कार हिमाचल पुलिस की वजह से परिवार को देखने पर मिला है।
दरअसल, हिमाचल पुलिस ने इस लापता युवक को पंजाब के बठिंडा से ढूंढ निकाला है। युवक की पहचान जगदीश चंद के रूप में हुई है- जो कि चुराह के शलेला बाड़ी गांव का रहने वाला है।
बताया जा रहा है कि जगदीश मानिसक रूप से बीमार था। साल 2019 में वो अमृतसर में इलाज के दौरान लापता हो गया था। परिवार ने उसे हर जगह ढूंढा, पुलिस में रिपोर्ट भी दर्ज कराई, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली।
जगदीश के भाई मीरचंद ने अमृतसर और तीसा थाने में भाई की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई हुई थी। ऐसे में पुलिस विभाग लगातार उसकी खोज में जुटा हुआ था। इसी बीच बीते शनिवार को तीसा पुलिस को फोन पर सूचना मिली कि जगदीश बठिंडा में हैं। ऐसे में पुलिस ने तुरंत इस बाबत को जगदीश के परिवार को सूचित किया।
जगदीश की सूचना मिलते ही परिवार खुशी से झूम उठा। परिजन आनन-फानन में जगदीश को घर लाने के लिए बठिंडा के लिए रवाना हुए। जगदीश को बठिंडा में देखकर परिजनों के खुशी के आंसूं थमने का नाम ही नहीं ले रहे थे।
परिजनों ने बताया कि वो जगदीश के जिंदा होने की उम्मीद भी छोड़ चुके थे। मगर अब वो जगदीश को सही-सलामत देखकर बहुत खुश हैं। उन्होंने पुलिस के प्रयासों के लिए आभार प्रकट किया है।