#विविध
May 20, 2025
हिमाचल में आधार केंद्र की करतूत, अभिमन्यु को बनाया सपना- दफ्तरों के चक्कर काट रहे परिजन
अलग-अलग बहाने बना कर मामला टाल रहे कर्मचारी
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सिरमौर। हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में आधार कार्ड से जुड़ी एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां पर आधार कार्ड केंद्र ने एक लड़के और उसके परिवार को आठ वर्षों से मानसिक और आर्थिक रूप से परेशान कर रखा है।
मामला वर्ष 2016 का है, जब अभिमन्यु नामक लड़के के आधार कार्ड को अपडेट करते समय उसकी पहचान गलती से एक लड़की सपना के नाम से दर्ज कर दी गई। परिजन पिछले आठ साल से आधार केंद्र के चक्कर काट रहे हैं।
जानकारी के अनुसार, अभिमन्यु ने अपना आधार कार्ड वर्ष 2015 में बनवाया था, जिसमें उसका नाम और लिंग दोनों बिल्कुल सही दर्ज थे। अगले ही वर्ष 17 जून 2016 को जब किसी कार्य के लिए अभिमन्यु ने आधार को अपडेट करवाया, तब भी दस्तावेजों में नाम अभिमन्यु ही रहा।
हैरानी की बात ये रही कि 18 दिन बाद अपडेटेड आधार कार्ड में उसका नाम और पहचान उसकी ही बहन सपना के नाम से दर्ज हो गई। अभिमन्यु के चाचा राजेंद्र का कहना है कि वे बीते आठ सालों से इस गड़बड़ी को ठीक करवाने के लिए सरकारी कार्यालयों के चक्कर काट रहे हैं।
हर बार कोई न कोई बहाना बना दिया जाता है। कभी जरूरी दस्तावेजों की कमी बताई जाती है, तो कभी सिस्टम में तकनीकी दिक्कत का हवाला देकर टाल दिया जाता है। उन्होंने बताया कि उन्हें कभी शिमला, कभी चंडीगढ़ और कभी गजट नोटिफिकेशन करवाने की सलाह दी जाती है। इस पूरी प्रक्रिया में अब तक काफी धन और समय बर्बाद हो चुका है, और परिवार पूरी तरह से थक चुका है।
अभिमन्यु इस समय 12वीं कक्षा का छात्र है। मगर पहचान की इस गलती के चलते उसे न केवल स्कूल में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, बल्कि वह केंद्र और राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ भी नहीं उठा पा रहा है। अभिमन्यु का सपना सेना में भर्ती होने का है, लेकिन आधार की गड़बड़ी के कारण उसकी राह मुश्किल हो गई है।
इस संदर्भ में जब SDM सुनील कायथ से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि अभी तक इस मामले की कोई लिखित शिकायत उन्हें नहीं मिली है। उन्होंने बताया कि इस मामले के नोडल अधिकारी नाहन में तैनात हैं और उचित समाधान के लिए उन्हें ही औपचारिक शिकायत भेजनी चाहिए।