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September 27, 2025

हिमाचल के दानवीर दंपत्ति: CM राहत कोष को दे दी 11 करोड़ की संपत्ति

हिमाचल के दंपति ने पेश की मिसाल

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शिमला/सोलन। आज के युग में जहां लोग एक-एक पाई जोड़कर अपना घर भरने की जुगत में लगे रहते हैं। ऐसे वक्त में हिमाचल प्रदेश का ये दंपति मिसाल बनकर उभरे हैं। खबर सोलन जिले से जुड़ी है, जहां रहने वाले बागरिया दंपती ने अपनी मौत के बाद पूरी दौलत को सीएम राहत कोष में ट्रांसफर कर गए हैं। 

आज के 6 साल पहले बनाई थी वसीयत

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, साल 2019 में ही नरेंद्र बागरिया ने अपनी वसीयत बनवाई थी, जिसमें उन्होंने इस बात का जिक्र किया था कि उनकी मृत्यु के बाद पूरी संपत्ति उनकी पत्नी शशि बागरिया के नाम ट्रांसफर की जाएगी। वहीं, इस वसीयत में आगे लिखा था कि जब उनकी पत्नी का भी देहांत हो जाएगा। तब इस पूरी प्रॉपर्टी को हिमाचल प्रदेश मुख्यमंत्री के राहत कोष में ट्रांसफर कर दिया जाएगा

 

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नरेंद्र बागरिया की मौत के 6 साल बाद पत्नी का भी हुआ निधन

वहीं, इस वसीतय को बनाने के कुछ ही दिनों के बाद नरेंद्र बागरिया का निधन हो गया था और अब इसी महीने 23 सितंबर को उनकी पत्नी शशि बागरिया भी स्वर्ग सिधार गई हैं। ऐसे में अब इस दम्पति की पूरी प्रॉपर्टी सीएम राहत कोष में जाएगी। 

संपत्ति में क्या-क्या छोड़ गए हैं पीछे

शुरूआती जानकारी के अनुसार बागरिया दंपती की टोटल सम्पति की कीमत फिलहाल 11 करोड़ के आसपास आंकी गई है, जिसमें कार, मकान, जमीन, गहने, कैश, बैंक लॉकर्स सहित अन्य कई चीजें भी शामिल हैं। आपको बता दें कि नरेंद्र बागरिया पेशे से बिजनेस मैन थे और उनकी कंपनी आइशर ट्रैक्टर के पार्ट्स और पेंट बनाती थी। वहीं, उनकी पत्नी कॉलेज प्रोफ़ेसर थीं। इसके अलावा इन दोनों की कोई संतान भी नहीं थी, तो दोनों पत्नी आजीवन समाज सेवा और सामाजिक कार्यों से ही जुड़े रहे। 

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समारक बनाने की उठी मांग

अब एक तरफ जहां प्रशासन की तरफ से बागरिया दंपती की प्रॉपर्टी ट्रांसफर की प्रक्रिया की जा रही है। वहीं, दूसरी ओर स्थानीय लोगों ने DC सोलन के सामने इस बात की डिमांड रखी है कि परवाणू में बागरिया दंपती की याद में कोई स्मारक या यादगार को स्थापित किया जाए।

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