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October 8, 2025

हिमाचल स्वास्थ्य विभाग में होगी बंपर भर्ती: 638 की होगी नियुक्ति, सुक्खू सरकार ने दी मंजूरी

प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में रात को भी सेवाएं देंगे विशेषज्ञ डॉक्टर

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Health Department

शिमला। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने की दिशा में बड़े कदम उठा रही है। प्रदेश के दो बड़े अस्पतालों में रोबोटिक सर्जरी की सुविधा शुरू करने के बाद अब स्वास्थ्य विभाग में कर्मचारियों की कमी को दूर करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। सुक्खू सरकार ने 638 पदों पर भर्ती करने का फैसला लिया है।

स्वास्थ्य विभाग में 638 पदों पर होगी नियुक्ति

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग में 200 मेडिकल ऑफिसर, विभिन्न सुपर स्पेशियलिटी विभागों में 38 असिस्टेंट प्रोफेसर और 400 स्टाफ नर्सों को जॉब ट्रेनी के रूप में नियुक्त करने की मंजूरी दी गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन नियुक्तियों से प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में सेवाओं की गुणवत्ता में बड़ा सुधार होगा और लोगों को विशेष स्वास्थ्य सुविधाएं आसानी से उपलब्ध होंगी।

 

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मेडिकल कॉलेजों में रोबोटिक सर्जरी की सुविधा

मुख्यमंत्री ने बताया कि मरीजों को अत्याधुनिक उपचार देने के लिए अटल सुपर स्पेशियलिटी इंस्टीट्यूट चमियाणा और टांडा मेडिकल कॉलेज में रोबोटिक सर्जरी की सुविधा शुरू की जा रही है। अन्य मेडिकल कॉलेजों में भी चरणबद्ध तरीके से यह सुविधा शुरू की जाएगी। उन्होंने कहा कि सुक्खू सरकार का लक्ष्य हिमाचल के नागरिकों को बड़े शहरों जैसी आधुनिक चिकित्सा सेवाएं घर के नजदीक ही उपलब्ध करवाना है।

 

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शहरी और ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने की योजना

शहरी क्षेत्रों में प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार करने के लिए अर्बन हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर स्थापित किए जाएंगे। इसका उद्देश्य विविध शहरी आबादी की जरूरतों को पूरा करते हुए स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच को आसान बनाना है। वहीं, बिलासपुर और किन्नौर जैसे जिलों में प्रसव पूर्व देखभाल को और बेहतर बनाने पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है ताकि गर्भवती महिलाओं को समय पर जांच और इलाज मिल सके।

आधुनिक उपकरणों से लैस होंगे अस्पताल

प्रदेश सरकार अस्पतालों के बुनियादी ढांचे को भी आधुनिक बना रही है। ऊना में पीजीआई सैटेलाइट सेंटर का निर्माण जारी है। शिमला स्थित आईजीएमसी में नए ओपीडी, ट्रॉमा सेंटर और पीईटी ब्लॉक का निर्माण किया जा रहा है। टांडा मेडिकल कॉलेज को पीईटी स्कैन मशीन की सुविधा भी मिलने जा रही है। इसके अलावा दुर्गम इलाकों में टेलीमेडिसिन के जरिए विशेषज्ञ डॉक्टरों की सलाह मरीजों तक पहुंचाई जा रही है।

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स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की रात को भी ली जाएंगी सेवाएं

हिमाचल प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में अब रात्रि के समय भी विशेषज्ञ डॉक्टर सेवाएं देंगे। आपातकालीन विभाग, मेडिसिन और सर्जरी में स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई जाएगी। अब तक रात में केवल पीजी डॉक्टर ही सेवाएं देते थे और कॉल पर विशेषज्ञों को बुलाया जाता था। सरकार ने इसे सख्ती से लागू करने का निर्णय लिया है ताकि मरीजों को 24 घंटे गुणवत्तापूर्ण इलाज मिल सके।

स्वास्थ्य सेवाओं में तकनीकी स्टाफ का भी होगा सशक्तिकरण

प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं के तकनीकी ढांचे को भी मजबूत किया है। रेडियोग्राफर और एक्स.रे तकनीशियन सहित अन्य तकनीकी कर्मचारियों के मानदेय में वृद्धि की गई है। साथ ही डिजिटल हेल्थ इंफॉर्मेशन सिस्टम को उपकेंद्र से लेकर राज्य स्तर तक जोड़ा जा रहा है ताकि स्वास्थ्य सेवाओं में पारदर्शिता और दक्षता लाई जा सके।

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