#अपराध
September 5, 2025
हिमाचल: नशे की खेप के साथ धरी काजल, 22 वर्षीय बिलाल के पास भी मिला बड़ा जखीरा
काजल और बिलाल के पास से बरामद हुए स्मैक और नशीले कैप्सूल
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सिरमौर। हिमाचल प्रदेश में नशे का कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा है। आए दिन पुलिस द्वारा की जा रही कार्रवाई यह साफ़ दिखा रही है कि पहाड़ों की शांत वादियां अब नशे के कारोबारियों के लिए सुरक्षित ठिकाना बनती जा रही हैं। ताज़ा मामला सिरमौर जिले के पांवटा साहिब उपमंडल का है, जहां पुलिस ने अलग.अलग अभियानों में एक महिला समेत दो लोगों को नशीले पदार्थों के साथ गिरफ्तार किया है।
पहले मामले में पुलिस की डिटैक्शन सैल ने देवी नगर क्षेत्र में छापेमारी कर एक महिला तस्कर को दबोच लिया। तलाशी के दौरान आरोपी काजल के कब्जे से 5.11 ग्राम स्मैक बरामद हुई। पुलिस ने तुरंत महिला को हिरासत में लेकर अदालत में पेश करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
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वहीं, दूसरे मामले में थाना माजरा पुलिस टीम ने गश्त के दौरान भगवानपुर गांव के पास कार्रवाई करते हुए 22 वर्षीय बिलाल निवासी मिश्रवाला को पकड़ा। उसके पास से 456 नशीले कैप्सूल बरामद किए गए। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि यह खेप स्थानीय स्तर पर खपत के लिए लाई गई थी।
एसपी सिरमौर एनएस नेगी ने बताया कि दोनों मामलों में मुकदमा दर्ज कर आगे की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि नशे के खिलाफ पुलिस का अभियान लगातार जारी रहेगा और तस्करों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
नशे का बढ़ता प्रसार प्रदेश के युवाओं के भविष्य पर गहरी चोट कर रहा है। हाल के वर्षों में स्मैक, हेरोइन, चरस और नशीली गोलियों की बरामदगी के मामलों में तेजी से इजाफा हुआ है। विशेषज्ञों का मानना है कि सीमावर्ती जिलों में यह समस्या और गंभीर होती जा रही है, क्योंकि पड़ोसी राज्यों से नशे की आपूर्ति आसानी से हो जाती है।
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सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि केवल पुलिस की सख्ती ही काफी नहीं है, बल्कि परिवारों और समाज को भी इस जाल से युवाओं को बचाने की जिम्मेदारी उठानी होगी। नशा न केवल स्वास्थ्य और परिवार को तोड़ता है, बल्कि समाज की जड़ों को भी खोखला कर देता है।