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October 31, 2025

शिमला के पार्षद ने लड़कियों की बनाई वीडियो, बोला- बीयर पी रही हैं, पुलिस के सामने जमकर कटा बवाल

पार्षद के खिलाफ मामला दर्ज

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Shimla Controversy

शिमला। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में एक पार्किंग में बड़ा हंगामा देखने को मिला, जब नगर निगम के एक पार्षद और कुछ छात्राओं के बीच वीडियो बनाने को लेकर विवाद भड़क गया। मामला इतना बढ़ा कि पुलिस को बीच-बचाव करना पड़ा। अब इस घटना को लेकर पार्षद के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।

दोनों पक्षों के बीच नोकझोंक

जानकारी के अनुसार, यह घटना नगर निगम शिमला के कंगनाधार वार्ड की सरकारी पार्किंग की है। यहां एक निजी संस्थान की कुछ छात्राएं अपने स्टाफ के साथ पार्किंग में बैठी थीं। उसी दौरान स्थानीय पार्षद वहां पहुंचे और उन्होंने अपने मोबाइल से उनका वीडियो बनाना शुरू कर दिया। बताया जा रहा है कि पार्षद को शक था कि छात्राएं पार्किंग में शराब पी रही हैं।

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जैसे ही लड़कियों को वीडियो बनाए जाने की भनक लगी, उन्होंने इसका विरोध किया। देखते ही देखते मौके पर बहस शुरू हो गई और माहौल गरमाने लगा। छात्राओं ने पार्षद से पूछा कि उन्हें बिना अनुमति वीडियो बनाने का क्या अधिकार है। इस दौरान कुछ लोग मौके पर इकट्ठा हो गए और दोनों पक्षों के बीच नोकझोंक शुरू हो गई।

पार्षद के खिलाफ मामला दर्ज

विवाद इतना बढ़ा कि पुलिस भी मौके पर पहुंची। स्थानीय एसएचओ की मौजूदगी में दोनों पक्षों ने अपनी-अपनी बात रखी। लड़कियों का कहना था कि वे पार्किंग में सिर्फ लंच कर रही थीं, जबकि पार्षद का दावा था कि उन्होंने उन्हें शराब पीते देखा था और सबूत के तौर पर वीडियो बनाया।

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लड़कियों की ओर से निजी संस्थान के स्टाफ ने पार्षद के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने पार्षद के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धाराएं 74, 77, 78, 79, 351(2) और 352 के तहत मामला दर्ज किया है।

दोनों पक्षों ने राखी अपनी बात

स्टाफ का कहना है कि, वे मेडिकल जांच के लिए भी तैयार हैं ताकि सच्चाई सामने आ सके। उन्होंने आरोप लगाया कि पार्षद ने बिना किसी ठोस सबूत के उन पर गलत आरोप लगाए और उनकी निजता का उल्लंघन किया। वहीं, पार्षद का कहना है कि उन्होंने किसी की बेइज्जती नहीं की, बल्कि कानून व्यवस्था और सामाजिक जिम्मेदारी के तहत वीडियो बनाया। उन्होंने कहा कि उनके पास फोटो और वीडियो हैं जिन्हें वे कोर्ट में पेश करेंगे।

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