#अपराध
March 11, 2025
हिमाचल : नशा मुक्ति केंद्र का कारनामा, युवकों पर बरसाए लात-घूसे- हालत देख कांप जाएगी रूह
मामले की FIR दर्ज, नशा मुक्ति केंद्र के कर्मचारियों से हो रही पूछताछ
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शिमला। हिमाचल प्रदेश में चिट्टा (हेरोइन) से निजात पाने के लिए कई नशामुक्ति केंद्र खोले गए हैं, लेकिन इन केंद्रों में कुछ समस्याएं भी सामने आ रही हैं। कई केंद्रों में युवकों को शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ रहा है, जिससे उनका इलाज और भी मुश्किल हो जाता है। इसके अलावा, कुछ केंद्रों में संसाधनों की कमी है, जैसे प्रशिक्षित चिकित्सक और काउंसलिंग की कमी। इन मुद्दों के कारण नशामुक्ति प्रक्रिया सफल नहीं हो पा रही है।
ताजा मामला हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला से सामने आया है। जहां ठियोग थाना क्षेत्र के एक नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती ड्रग एडिक्ट युवाओं के साथ मारपीट का मामला सामने आया है। मामले की शिकायत एक पीड़ित युवक ने पुलिस में दर्ज करवाई है।
पीड़ित युवक सिकंदर (25) ने पुलिस को बताया कि वो उपमंडल रोहड़ू के लोअर कोटी गांव का रहने वाला है। परिजनों ने बीती एक मार्च को उसकी नशे की लत छुड़ाने के लिए उसे मत्याना गांव में स्थित नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती करवाया था।
सिकंदर ने बताया कि 3 मार्च को उसने और उसके 17 साथियों ने नशा मुक्ति केंद्र से भागने का प्लान बनाया। ऐसे में वो सब नशा मुक्ति केंद्र के कर्मचारियों को चकमा देकर मौके से फरार हो गए। मगर वो लोग अभी कल्जर गांव के पास जंगल में पहुंचे ही थे कि नशा मुक्ति केंद्र के कर्मचारियों ने उन्हें धर-दबोच लिया।
इसके बाद कर्मचारियों ने उन सब को बहुत बुरी तरह पीटा। कर्मचारियों ने युवकों पर जमकर लात-घूसे बरसाए। इस दौरान कुछ युवकों के सिर, हाथ, पैर और मुंह पर चोटें आईं। इतना ही नहीं दोबारा नशा मुक्ति केंद्र ले जाते वक्त कर्मचारियों ने उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी। कर्मचारियों ने युवकों से कहा कि अगर उन्होंने दोबारा भागने की कोशिश की तो उनकी हत्या कर दी जाएगी।
सिकंदर ने इस घटना के बारे में परिजनों को बताया- तो उनके होश उड़ गए। फिर मामला पुलिस तक पहुंचा। पुलिस टीम ने पीड़ित सिकंदर की शिकायत के आधार पर BNS की धारा 115(2) और 351 (2) के तहत FIR दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस टीम द्वारा कर्मचारियों से पूछताछ की जा रही है।