#अपराध
February 24, 2025
ये कैसी मां की ममता? पालने से उठा ले आई बच्चा, प्रेमी और EX ने दिया साथ
पुलिस रिमांड पर बच्चा चोरी करने वाले तीनों लोग
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मंडी। समाज में सुरक्षा और कानून व्यवस्था की चुनौतियाँ लगातार बढ़ रही हैं खासकर जब बच्चों की सुरक्षा की बात आती है। हालिया घटनाएँ, जैसे कि पंचकूला के सरकारी अस्पताल से नवजात का चोरी होना, यह दर्शाती हैं कि अपराधी किसी भी हद तक जा सकते हैं। इस प्रकार की घटनाओं से न केवल समाज में भय का माहौल बनता है, बल्कि अस्पतालों और स्वास्थ्य संस्थानों की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठते हैं।
हरियाणा के पंचकूला स्थित सरकारी अस्पताल से चोरी हुए नवजात शिशु को हिमाचल प्रदेश के सुंदरनगर के डैहर क्षेत्र से बरामद किया गया है। इस मामले में हरियाणा पुलिस ने एक महिला को गिरफ्तार किया है, जिसने पूछताछ में बच्चे को पालने की इच्छा के चलते चोरी करने की बात स्वीकार की है।
इस वारदात को महिला के वर्तमान और पूर्व प्रेमी, जो दोनों मुरादाबाद (उत्तर प्रदेश) के निवासी हैं, ने अंजाम दिया था। उन्होंने नवजात को चुराकर महिला को सौंप दिया था। पुलिस ने दोनों आरोपियों को मनीमाजरा से गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है, जबकि महिला को तीन दिन के पुलिस रिमांड पर रखा गया है।
नवजात की सकुशल बरामदगी के बाद, सब-इंस्पेक्टर राम मेहर ने शिशु को उसके माता-पिता को सौंपा। अपने बच्चे को वापस पाकर माता-पिता खुशी से रो पड़े। माता-पिता ने पुलिस और उन सभी का धन्यवाद किया जिन्होंने उनके बच्चे की वापसी में मदद की।
पंचकूला सेक्टर-1 पुलिस चौकी के इंचार्ज सब-इंस्पेक्टर राम मेहर ने बताया कि आरोपी महिला ने प्रारंभिक पूछताछ में नवजात को चोरी करने की बात स्वीकार की है। दोनों पुरुष आरोपियों को न्यायालय ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया है, जबकि महिला को तीन दिन के पुलिस रिमांड पर रखा गया है। मामले की विस्तृत जांच जारी है, ताकि घटना के सभी पहलुओं का पता लगाया जा सके और दोषियों को उचित सजा दिलाई जा सके।
यह है पूरा मामला
गिरीश नाम के युवक ने मंडी में रहने वाली अपनी दोस्त राधा के साथ मिलकर असल में बच्चा पंचकूला के एक अस्पताल से चुराया था। राधा एलर्जी के इलाज के लिए मनीमाजरा डिस्पेंसरी गई थी। वहां उसने एक नवजात शिशु को देखा और उसे चुराने की योजना बनाई। मनीमाजरा के पिपली वाला टाउन की रहने वाली सुमन ने 15 फरवरी को एक बेटे को जन्म दिया था। गिरीश और राधा ने उसी समय नवजात के अपहरण की पूरी योजना बनाई। दोनों उस बच्चे को सेक्टर 6 के हॉस्पिटल से चोरी कर चंडीगढ़ के बस स्टैंड गए। वहां से उन्होंने मंडी जाने वाली बस पकड़ी और हिमाचल के मंडी चले गए। दोनों पांच दिन तक वही रहे।
नवजात पूरी तरह से सुरक्षित
अब पंचकूला पुलिस ने नवजात शिशु के साथ ही गिरीश और राधा को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और टेक्निकल सर्विलांस की मदद से अपहरणकर्ताओं का पता लगाया। पुलिस ने दोनों के चंगुल से बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया है। बरामद हुआ नवजात पूरी तरह से सुरक्षित है।