#अपराध
December 11, 2025
हिमाचल : 23 साल बाद लौटा शख्स, घर में भाभी को अकेला देख कर दिया कांड, थाने पहुंची महिला
घर पर कब्जे का विवाद गहराया
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कांगड़ा। देवभूमि हिमाचल प्रदेश में महिलाओं के प्रति हिंसा के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे। आए दिन यौन शोषण, दहेज, उत्पीड़न और मारपीट आदि तमाम तरह के मामले सामने आते रहते हैं। ताजा मामला जिला कांगड़ा में पेश आया है, जहां एक महिला को उसके जेठ ने घर से घसीट कर बीच सड़क पर बेरहमी से पिटाई कर दी।
कांगड़ा जिले के ज्वालामुखी क्षेत्र के कोपड़ा गांव में एक महिला के साथ उसके जेठ द्वारा की गई कथित मारपीट न सिर्फ घरेलू विवाद की गंभीरता को उजागर करती है, बल्कि कानून–व्यवस्था और पीड़ितों की सुरक्षा पर भी बड़े सवाल खड़े करती है।
पीड़िता संगीता कुमारी के अनुसार, उसका जेठ अमृत लाल लगभग 23 साल बाद गांव लौटा था। लौटते ही उसने पैतृक संपत्ति पर अधिकार जताना शुरू कर दिया। महिला का कहना है कि वह लगातार धमकी देता था कि “जिसका कब्जा, उसी की संपत्ति।” घर को लेकर चल रहा यह विवाद पिछले कुछ महीनों में काफी तीखा हो गया था।
घटना के दिन संगीता घर पर अकेली थीं। पति और बच्चे किसी काम से बाहर गए हुए थे। इसी दौरान आरोपी जेठ घर आया और कथित तौर पर पहले बहस शुरू की। मामला बढ़ा तो उसने महिला को घर से बाहर घसीट लिया और सड़क पर ले जाकर बेरहमी से पीटने लगा। पीड़िता के मुताबिक, वह खुद को बचाने की कोशिश करती रही, लेकिन आरोपी नहीं रुका।
इसी बीच सड़क से एक निजी बस गुजर रही थी। महिला की चीखें सुनकर बस चालक ने तुरंत गाड़ी रोकी, जिसके बाद यात्रियों और कुछ स्थानीय लोगों ने नीचे उतरकर उसे बचाया। बस में मौजूद एक यात्री ने यह पूरी वारदात मोबाइल में रिकॉर्ड कर ली, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल है।
संगीता का आरोप है कि, हमले में उसे कई गंभीर चोटें आईं, यहां तक कि एक हड्डी में फ्रैक्चर भी हो गया। नादौन अस्पताल में उसका मेडिकल करवाया गया है। महिला का कहना है कि एफआईआर दर्ज होने के बावजूद आरोपी बेखौफ घर में ही बैठा है और खुलेआम कह रहा है कि “सरकार-प्रशासन मेरा कुछ नहीं कर सकता।”
हालांकि, थाना ज्वालामुखी में आरोपी के खिलाफ BNS की धारा 126(2), 115(2) और 352 के तहत मामला दर्ज किया गया है। मामले की जांच एसआई संदीप पटियाल कर रहे हैं। डीएसपी ज्वालामुखी आर.पी. जसवाल ने बताया कि घटना प्राथमिक रूप से घरेलू और संपत्ति विवाद से जुड़ी प्रतीत होती है, लेकिन मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच तेजी से की जा रही है।