#अपराध
March 27, 2025
श्मशान तो बख्श देते! हिमाचल में प्रधान का गड़बड़झाला, डकार गया लाखों- हुआ सस्पेंड
प्रधान ने 5,30,566 रुपए की सरकारी राशि का किया अनुचित उपयोग
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सिरमौर। हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में ग्राम पंचायत कठवाड़ के प्रधान महेंद्र सिंह को वित्तीय अनियमितताओं और सरकारी धन के दुरुपयोग के आरोपों में बर्खास्त कर दिया गया है। जिला प्रशासन ने न केवल उन्हें पद से हटाने का आदेश जारी किया, बल्कि आगामी छह वर्षों के लिए किसी भी पंचायत पद पर चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य घोषित कर दिया।
ग्राम पंचायत के विकास कार्यों में भ्रष्टाचार की शिकायत कठवाड़ गांव के सोहन सिंह समेत कई ग्रामीणों ने जिला प्रशासन को दी थी। शिकायत के आधार पर DC सिरमौर एलआर वर्मा ने जांच के आदेश दिए। प्रारंभिक जांच में वित्तीय अनियमितताओं की पुष्टि होने पर पंचायत प्रधान को अपना पक्ष रखने का मौका दिया गया, लेकिन उनका उत्तर संतोषजनक नहीं पाया गया।
प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के आधार पर, प्रशासन ने इस मामले की विस्तृत जांच की जिम्मेदारी एसडीएम कफोटा को सौंपी। नियमित जांच के बाद, प्रधान महेंद्र सिंह पर लगे आरोप सही पाए गए। रिपोर्ट में यह भी स्पष्ट हुआ कि प्रधान 5,30,566 रुपए की सरकारी राशि का अनुचित उपयोग कर चुके थे।
आरोप सिद्ध होने के बाद, प्रशासन ने कठोर निर्णय लेते हुए प्रधान को पद से बर्खास्त कर दिया। साथ ही, आदेश दिया कि वे तुरंत 5.30 लाख रुपए की राशि पंचायत को लौटाएं। इसके अलावा, प्रधान को निर्देश दिया गया कि यदि उनके पास पंचायत के किसी भी तरह के अभिलेख, नगद राशि, स्टोर या अन्य सामान है, तो उसे ग्राम पंचायत सचिव को तत्काल सौंपा जाए।
जानकारी देते हुए DC सिरमौर एलआर वर्मा ने कहा कि महेंद्र सिंह को अपने कर्तव्यों के निर्वहन में अनियमितता का दोषी पाया गया है, इसलिए उन्हें पद से हटाया गया है। इसके अलावा, उन्हें 6 वर्षों के लिए पंचायत चुनाव लड़ने से अयोग्य घोषित किया गया है। दोषी प्रधान को सरकारी धनराशि लौटाने और पंचायत की संपत्तियों को तत्काल सौंपने के निर्देश दिए गए हैं।
यह मामला दिखाता है कि हिमाचल प्रदेश प्रशासन पंचायत स्तर पर भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त रवैया अपना रहा है। जिले में पंचायत कार्यों की निगरानी और सख्त करने की आवश्यकता महसूस की जा रही है ताकि भ्रष्टाचार की घटनाओं को समय रहते रोका जा सके।