#अपराध
April 15, 2025
हिमाचल पुलिस को चकमा देकर भागा कैदी, चंद घंटों में हुआ अरेस्ट- फिर पहुंचा जेल
कैदी को NDPS के मामले में दस साल की हुई है सजा
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कांगड़ा। हिमाचल पुलिस के कांगड़ा जिले में एक कैदी पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था। मगर पुलिस ने मुस्तैदी दिखाते हुए चंद घंटो में फरार कैदी को दबोच लिया। अब कैदी दोबारा सलाखों की पीछे पहुंच गया है।
बताया जा रहा है कि कैदी साफ-सफाई के बहाने जिला मुख्यालय धर्मशाला में स्थित जिला जेल एवं सुधार गृह से फरार हो गया था। कैदी के फरार होते ही जेल प्रशासन में अफरा-तफरी मच गई थी।
पुलिस की अलग-अलग टीमों ने कैदी को क्रिकेट स्टेडियम, चेलियां, दाड़ी, चरान खड्ड और सकोह आदि स्थानों पर सर्च किया। कैदी की तलाश के लिए खोजी कुत्तों के दल की भी मदद ली गई। इसी दौरान देर शाम को पुलिस टीम ने कैदी को कांगड़ा से पकड़ लिया और वापस धर्मशाला जेल भेज दिया।
मिली जानकारी के अनुसार, कैदी बीते कल सुबह करीब 10.30 बजे जेस से साफ-सफाई के बहाने मौके से फरार हो गया था। कैदी को NDPS के मामले में दस साल की सजा हुई है- जिसमें से वो 9 साल की सजा काट चुका है।
विदित रहे कि, धर्मशाला स्थित जिला कारागार एवं सुधार गृह में संचालित ओपन एयर जेल एक विशेष व्यवस्था है, जहां कैदियों को पारंपरिक जेल के कठोर वातावरण की बजाय एक अपेक्षाकृत खुले और कार्य-आधारित सुधार मॉडल में रखा जाता है। यहां सैकड़ों कैदी विभिन्न गतिविधियों में संलग्न रहते हैं। कुछ कार्य जेल की दीवारों के भीतर जैसे—कढ़ाई, बुनाई, सफाई और रसोई संचालन से जुड़े होते हैं, जबकि अन्य कार्य जैसे—बागवानी, निर्माण कार्य, या सफाई इत्यादि खुले परिसर में किए जाते हैं। इस व्यवस्था का उद्देश्य कैदियों को आत्मनिर्भर बनाना और उन्हें समाज में पुनः स्थापित करने के लिए तैयार करना है।