#अपराध
December 16, 2025
हिमाचली शाही परिवार के बेटे का मर्ड*र : बदमाशों ने मूसेवाला का लिया बदला, 11 दिन पहले हुई थी शादी
सोशल मीडिया पर वायरल हुई पोस्ट ने किया बड़ा खुलासा
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ऊना। हिमाचल प्रदेश के शाही परिवार से संबंध रखने वाले एक बेटे की मोहाली में हत्या कर दी गई है। यह बेहद दुखद बात है कि युवक की अभी 11 दिन पहले ही शादी हुई थी। युवक कबड्डी का नामी खिलाड़ी था।
पंजाब के मोहाली जिले के सोहाना क्षेत्र में सोमवार शाम कबड्डी कप के दौरान हुई गोलीबारी ने पूरे खेल जगत और राजनीतिक गलियारों में सनसनी फैला दी है। नामी कबड्डी खिलाड़ी और प्रमोटर कंवर दिग्विजय सिंह उर्फ राणा बलाचौरिया की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई।
बोलेरो गाड़ी में सवार होकर आए हमलावरों ने बेहद पास से सिर पर गोलियां दागीं, जिससे वो गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के बाद घायल अवस्था में राणा को तुरंत मोहाली के फोर्टिस अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
अस्पताल प्रबंधन के अनुसार, 30 वर्षीय कंवर दिग्विजय सिंह को सोमवार शाम करीब छह बजकर पांच मिनट पर अस्पताल लाया गया था और अस्पताल पहुंचने से पहले ही उनकी मौत हो चुकी थी। आज मोहाली के सिविल अस्पताल छह फेज में पोस्टमार्टम किया जाएगा।
जानकारी के अनुसार, सोहाना में सोमवार शाम कबड्डी कप का आयोजन चल रहा था। राणा बलाचौरिया न केवल कबड्डी खिलाड़ी थे, बल्कि लंबे समय से इस खेल को प्रमोट भी कर रहे थे। वह मुकाबलों के दौरान दर्शकों और खिलाड़ियों के बीच मौजूद थे।
इसी दौरान बाइक और बोलेरो से पहुंचे तीन युवकों ने खुद को उनका प्रशंसक बताया और फोटो खिंचवाने के बहाने उनके करीब पहुंचे। कुछ ही पलों में उन्होंने ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं।
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इस हत्याकांड के बाद सोशल मीडिया पर बबीहां गैंग के नाम से एक पोस्ट सामने आई, जिसमें राणा बलाचौरिया की हत्या की जिम्मेदारी ली गई। पोस्ट में दावा किया गया कि यह हत्या उनके विरोधी गैंग से जुड़ी दुश्मनी के चलते की गई है और इसे सिद्धू मूसेवाला की हत्या का बदला बताया गया। हालांकि, पुलिस इस पोस्ट की भी गंभीरता से जांच कर रही है और इसकी सत्यता की पुष्टि अभी नहीं की गई है।
SSP मोहाली हरमनदीप सिंह हंस के अनुसार, राणा पर चार से पांच गोलियां चलाई गईं और दो से तीन आरोपी फायरिंग में शामिल थे। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और आसपास लगे CCTV कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है।
कंवर दिग्विजय सिंह उर्फ राणा बलाचौरिया मूल रूप से हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले से ताल्लुक रखते थे। उनका परिवार राजशाही पृष्ठभूमि से जुड़ा रहा है। बताया जाता है कि उनके परदादा ऊना के पास स्थित एक रियासत के राजा थे। हालांकि, राणा का परिवार लंबे समय से पंजाब के नवांशहर जिले के बलाचौर में रह रहा था।
दोस्तों के अनुसार, पढ़ाई के दौरान ही राणा ने कुश्ती में कदम रखा और बाद में कबड्डी को अपना करियर बनाया। मेहनत और लगन के दम पर उन्होंने न केवल खिलाड़ी के रूप में पहचान बनाई, बल्कि अपनी कबड्डी टीम खड़ी कर प्रमोटर की भूमिका भी निभाने लगे। वह मॉडलिंग में भी सक्रिय थे और आने वाले समय में पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री में काम करने की तैयारी कर रहे थे।
इस हत्याकांड का सबसे मार्मिक पहलू यह है कि राणा बलाचौरिया ने महज 11 दिन पहले ही देहरादून की एक युवती से लव मैरिज की थी। शादी की खुशियां अभी थमी भी नहीं थीं कि इस दर्दनाक वारदात ने एक नवविवाहिता को विधवा बना दिया। घटना के बाद परिजनों और दोस्तों का रो-रोकर बुरा हाल है।
फोर्टिस अस्पताल पहुंचे राणा के दोस्तों ने बताया कि वह संपन्न परिवार से थे और उन्हें महंगी गाड़ियों व हथियारों का शौक था, लेकिन शुरुआती दौर में वह बेहद साधारण जीवन जीते थे। मोहाली आने के शुरुआती दिनों में वह बाइक से ही घूमते थे और अपने दम पर पहचान बनाई।
दोस्तों ने यह भी दावा किया कि राणा के पूर्वजों के घर कभी सिखों के दसवें गुरु श्री गुरु गोविंद सिंह जी ठहरे थे और वहां 100 साखियां लिखी गई थीं, जिसे परिवार अपनी धरोहर मानता है।
घटना के बाद पंजाब की राजनीति में उबाल आ गया है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजा वड़िंग ने आम आदमी पार्टी की सरकार पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि यह घटना साबित करती है कि पंजाब में कानून-व्यवस्था पूरी तरह चरमरा चुकी है। उन्होंने सवाल उठाया कि जिस कार्यक्रम में स्थानीय पुलिस अधिकारी मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद था, वहां ऐसी वारदात कैसे हो गई।
फिलहाल पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और आरोपियों की तलाश तेज कर दी गई है। हालांकि, एक लोकप्रिय खिलाड़ी की इस तरह खुलेआम हत्या ने पंजाब की सुरक्षा व्यवस्था, गैंगवार और खेल आयोजनों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। राणा बलाचौरिया की मौत न केवल एक परिवार की त्रासदी है, बल्कि यह घटना राज्य में बढ़ते अपराध के खतरनाक संकेत भी दे रही है।