#अपराध
April 4, 2025
हिमाचल: विमल नेगी मामले में MD मीणा ने किया बड़ा खुलासा, दो घंटे पूछताछ में जानें क्या कहा
हरिकेश मीणा ने पूछताछ में बताई क्या है सच्चाई
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शिमला। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के रामपुर में हिमाचल पावर कॉरपोरेशन के चीफ इंजीनियर विमल नेगी मौत मामले में कॉरपोरेशन के एमडी रहे हरिकेश मीणा से दो घंटे तक पूछताछ की गई। पूछताछ में जांच अधिकारी ने उनसे पावर प्रोजेक्ट परियोजना मे लेन देन से लेकर पेखूबेला सौर ऊर्जा प्रोजेक्ट ऊना पर उठ रहे सवालों पर सवाल जवाब किए।
दरअसल विमल नेगी का शव मिलने के बाद से ही सुक्खू सरकार ने आईएएस अधिकारी हरिकेश मीणा को एमडी पद से हटाकर उन्हें छुट्टी पर भेज दिया था। जिसके बाद इस मामले की जांच अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार शर्मा को सौंपी गई। मामले की जांच कर रहे अधिकारियों ने गुरुवार को एमडी रहे हरिकेश मीणा से पूछताछ और अपना पक्ष रखने के लिए सचिवालय बुलाया था। जहां उनसे दो घंटे तक लंबी पूछताछ चलती रही।
जांच अधिकारी ओंकार शर्मा ने बताया कि हरिकेश मीणा से पेखूबेला सौर ऊर्जा प्रोजेक्ट ऊना पर उठ रहे सवालों को लेकर पूछताछ की गई। इसके अलावा पावर प्रोजेक्ट परियोजनाओं के लेनदेन के बारे में भी विस्तार से जानकारी ली गई। जांच अधिकारी ने बताया कि पावर कॉरपोरेशन कर्मचारियों और पूर्व अधिकारियों की ओर से जयपुर कोठी को लेकर लगाए गए आरोपों के बारे में भी मीणा से सवाल जवाब किया गया।
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सूत्रों की मानें तो हरिकेश मीणा ने जांच अधिकारी को बताया है कि किसी भी अधिकारी या कर्मचारी पर काम का बोझ अधिक नहीं डाला गया है। पावर प्रोजेक्ट में जिस कर्मचारी या अधिकारी का जो भी दायित्व था वह वही काम करता था, कर्मचारियों और अधिकारियों को दिए गए दायित्व के अलावा दूसरा काम करने के लिए बाध्य नहीं किया जाता था। विमल नेगी किस बात से परेशान थे, इसको लेकर उन्होंने कभी कोई बात साझा नहीं की। हरिकेश मीणा ने बताया कि प्रोजेक्ट की कोई भी फाइल उनके पास अंत में आती थी।
बताया जा रहा है कि जांच अधिकारी ने तीन बार विमल नेगी सहित अन्य कर्मचारियों के कार्यालय में आने जाने से संबंधित फुटेज को खंगाला है। जांच अधिकारी इस मामले की जांच की रिपोर्ट दो दिन में सीएम सुक्खू को सौंपेंगे। वहीं इस मामले में कॉरपोरेशन के निदेशक देशराज के खिलाफ थाने में एफआईआर दर्ज की है। देशराज विमल नेगी का शव मिलने के बाद से ही अंडरग्राउंड हैं। उनका फोन भी बंद आ रहा है। विमल नेगी की मौत को लेकर परिजनों ने आरोप लगाए हैं कि नेगी पर मानसिक दबाव था। कर्मचारियों ने भी इसी तरह की बात कही है।