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August 12, 2025

हिमाचल: नाले के पास मिला संदिग्ध बैग, खोल कर देखा तो खुली रह गई पुलिस की आंखें; जानें क्या...

बैग में भरी थी प्रतिबंधित दवाएं, मालिक की तलाश में जुटी पुलिस

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Una Drug News

ऊना। हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में नशे के खिलाफ चल रही मुहिम को उस समय बड़ी सफलता मिली जब मैहतपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत हंडोला नाले के किनारे संदिग्ध परिस्थितियों में एक बैग मिला, जिसमें भारी मात्रा में प्रतिबंधित नशीली दवाइयां बरामद की गईं। यह बैग सीआईडी की एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स को गुप्त सूचना के आधार पर मिला।

 

जांच टीम के अनुसार बैग में करीब 15,000 नशीले कैप्सूल और गोलियां पाई गईं, जिनका प्रयोग आमतौर पर नशे के अवैध व्यापार में किया जाता है। प्रारंभिक अनुमान है कि यह खेप किसी संगठित तस्कर गिरोह द्वारा छोड़ी गई हो सकती है, जो पुलिस की कार्रवाई से बचने की कोशिश कर रहा था।

संगठित गिरोह की आहट

इस बरामदगी के बाद पुलिस की जांच ने तेजी पकड़ ली है। सूत्रों की मानें तो इस बैग के जरिए पुलिस को नशा तस्करी से जुड़े कई महत्वपूर्ण सुराग हाथ लग सकते हैं। जांच एजेंसियों का मानना है कि यह क्षेत्र एक नए ड्रग नैटवर्क का केंद्र बनता जा रहा है, जिसे समय रहते नष्ट करना जरूरी है।

 

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स्थानीय लोगों से सहयोग की अपील

स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे अपने आसपास की किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें। यह सहयोग समाज को नशे के बढ़ते खतरे से बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

 

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बढ़ता नशा समाज के लिए खतरा

प्रदेश में बीते कुछ वर्षों में युवाओं के बीच नशे की लत एक गंभीर समस्या बनकर उभरी है। स्कूल.कॉलेजों से लेकर गांवों और कस्बों तक यह जहर धीरे.धीरे फैलता जा रहा है। नशीले पदार्थों की आसानी से उपलब्धता और सीमावर्ती क्षेत्रों के माध्यम से इनकी तस्करी ने स्थिति को और भी चिंताजनक बना दिया है।

 

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जरूरत है सख्त कार्रवाई की

विशेषज्ञों का मानना है कि नशे की इस बढ़ती समस्या को केवल कानून के बल पर नहीं, बल्कि सामाजिक जागरूकता और युवाओं को सही दिशा देने के माध्यम से ही रोका जा सकता है। स्कूलों और कॉलेजों में नशे के दुष्प्रभावों पर आधारित जागरूकता अभियान चलाना, परिवारों की सक्रिय भूमिका और नशा मुक्ति केंद्रों की संख्या बढ़ाना समय की आवश्यकता है। मैहतपुर में मिली यह खेप न केवल पुलिस के लिए एक चेतावनी है, बल्कि पूरे समाज के लिए भी एक संकेत है कि हमें अब और अधिक सतर्क और जागरूक होने की जरूरत है। यदि समय रहते कार्रवाई नहीं की गईए तो यह नशे का जाल हमारे भविष्य को निगल सकता है।

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