#अपराध
October 10, 2025
हिमाचल: पटवारी ने ली एक लाख रुपए रिश्वत, पुलिस ने शिकायतकर्ता पर भी दर्ज किया केस
पटवारी ने अपने ससुर के बैंक खाते में डलवाए पैसे
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नाहन। हिमाचल प्रदेश में रिश्वत के मामले थमने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। उच्च पदों पर बैठे कुछ भ्रष्ट अधिकारी काम करने के एवज में पैसों की मांग करते हैं। ऐसा ही एक रिश्वतखोरी का बड़ा मामला हिमाचल के सिरमौर जिला से सामने आया है। यहां एक पटवारी द्वारा एक लाख रुपए की रिश्वत लेने का बड़ा मामला सामने आया है। यह मामला सिरमौर जिला के उपमंडल राजगढ़ के तहत आत ग्राम पंचायत सैर जगास से सामने आया है।
बड़ी बात यह है कि पुलिस ने इस केस में ना सिर्फ रिश्वत लेने के लिए पटवारी के खिलाफ, बल्कि रिश्वत देने के वाले के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है। यह मामला सामने आने के बाद इलाके में हड़कंप मच गया है। पटवारी ने यह रिश्वत भूमि बंटवारे को लेकर ली थी। पटवारी ने रिश्वत के पैसे अपने ससुर के बैक खाते में ट्रासफर करवाए थे।
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पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पटवार वृत्त पबियाना में तैनात पटवारी अदब सिंह पर सैर जगास निवासी राजेश कुमार से एक लाख रुपये रिश्वत मांगने का आरोप है। राजेश कुमार ने भूमि बंटवारे के एक मामले में मदद के लिए संपर्क किया था। आरोप है कि पटवारी ने उसे फोन पर बताया कि मामला निपटाने के लिए रकम अधिकारियों तक पहुंचानी होगी। इसके लिए उसने एक बैंक खाता नंबर भी साझा किया।
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शिकायतकर्ता ने आरोप के मुताबिक 94,000 रुपये आरटीजीएस के माध्यम से पटवारी द्वारा बताए गए बैंक खाते में ट्रांसफर किए और शेष 6,000 रुपये नकद दिए। जांच में खुलासा हुआ कि राशि पटवारी के ससुर के खाते में जमा हुई थी। इतना ही नहीं पैसे पहुंचने के बाद पटवारी ने शिकायतकर्ता को व्हाट्सएप पर “Thank You का संदेश भेजा, जो रिश्वत लेन-देन का अहम सबूत साबित हुआ।
डीएसपी राजगढ़ वीसी नेगी ने पुष्टि की कि प्रारंभिक जांच में शिकायतकर्ता के आरोप सही पाए गए हैं। इसी आधार पर पुलिस ने पटवारी अदब सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की है। साथ ही रिश्वत देने वाले राजेश कुमार के खिलाफ भी कानून के अनुसार मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस ने जांच के दौरान बैंक खाते का पूरा रिकॉर्ड, मोबाइल चैट और कॉल डिटेल्स को सबूत के रूप में जब्त कर लिया है। जांच में यह भी सामने आया है कि राशि के लेन-देन की पूरी योजना पहले से तैयार की गई थी। पुलिस अब यह भी पता लगा रही है कि क्या इस नेटवर्क में और लोग शामिल हैं।
पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि रिश्वत देने और लेने वाले दोनों के खिलाफ समान कार्रवाई होगी। किसी को भी कानून से ऊपर नहीं माना जाएगा। डीएसपी नेगी ने कहा। उन्होंने लोगों से अपील की है कि किसी भी सरकारी कार्य के लिए रिश्वत न दें और न ही किसी की मांग मानें, बल्कि तुरंत इसकी शिकायत करें।