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February 6, 2025

हिमाचल: नशे की लत में युवा बन रहे चोर-लुटेरे, शाह गैंग के पकड़े तस्करों के परिजन हैरान

शाह गैंग के सदस्यों में अधिकतर युवा, परिजनों को नहीं हो रहा विश्वास

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Chitta smuggler shimla

शिमला। हिमाचल प्रदेश में चिट्टे का नशा प्रदेश के युवाओं की रगों में घूलता जा रहा है। युवा वर्ग इस नशे की लत में इतना बुरी तरह से फंस चुका है कि अब नशे को पूरा करने के लिए यह लोग चोरी और डकैती करने से भी पीछे नहीं हट रहे हैं। इसका खुलासा अभी हाल ही में गिरफ्तार किए गए संदीप शाह गैंग के तस्करों से बात करने पर हुआ है।


बता दें कि पुलिस ने अभी हाल ही में पांच राज्यों में चिट्टा तस्करी का नेटवर्क चलाने वाले संदीप शाह गैंग का पर्दाफाश किया था और इसके कई साथियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया था। पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए शाह गैंग के साथियों में अधिकतर छोटी उम्र के युवा हैं। जिनकी उम्र 20 से 35 साल के बीच में है। जब पुलिस ने इन युवाओं के परिजनों को थाने बुलाया तो बच्चों की करतूतों को सुन कर उनके परिजनों के होश उड़ गए। 

परिजनों के सामने पकड़े युवाओं ने कबूला गुनाह

चिट्टा तस्करी के जुर्म में पकड़े गए संदीप शाह गैंग के सदस्यों की सूचना जब पुलिस ने उनके परिजनों को दी तो वह दौड़े दौड़े थाने पहुंचे। पुलिस ने परिजनों की मौजूदगी में ही इन युवाओं से पूछताछ की। जिसमें उन्होंने चौंकाने वाले खुलासे किए, जिन्हें सुन कर उनके परिजनों के पैरों तले जमीन खिसक गई। युवाओं ने बताया कि वह चिट्टे का सेवन करते हैं और नशा तस्करी के इस अवैध धंधे से भी जुड़े हुए हैं।

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20 से 35 साल के युवा नशा तस्कर

बता दें कि इस गैंग के अधिकतर सदस्य छोटी उम्र के तस्कर हैं। जिनकी उम्र 20 से 35 साल के बीच है और इसमें अधिक युवा शिक्षण संस्थान में पढ़ाई कर रहे हैं। यानी परिजनों ने अपने बच्चों को पढ़ने भेजा और यह युवा पहले नशे के दलदल में फंसे और फिर नशा पाने के लिए इसकी तस्करी के धंधे मंे उतर गए। शिमला पुलिस ने इस तरह के मामलों को देखते हुए अभिभावकों को चेताया है कि वह अपने बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखें।

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शाह गैंग के गिरफ्तार 26 सदस्यों में अधिकतर युवा 

बता दें कि शिमला पुलिस चिट्टा तस्कर संदीप शाह गैंग के अब तक 26 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस जांच में सामने आया है कि नशा तस्कर पहले इन युवाओं को नशे की लत में फंसाते हैं। चिट्टे का नशा काफी महंगा होने के चलते जब युवा इसे खरीद नहीं पाते तो पैसों की पूर्ति के लिए युवा नशे के कारोबार में उतर जाते हैं। नशे के दलदल में फंसने के बाद युवाओं को यह गिरोह नशे की पैडलिंग करने पर मजबूर कर देते हैं। इसी तरह से जिले के युवा नशा तस्करी के चंगुल में फंस रहे हैं। 

 

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नशे की लत में युवा बन रहे चोर लुटेरे

चिट्टे की यह लत युवाओं को चोर लुटेरा तक बना रही है। हाल ही में शोघी में लोहे की शटरिंग चोरी के मामले में आरोपी चिट्टे के नशे का आदी निकला। तारादेवी में मंदिर में चोरी के मामले का आरोपी भी नशे का आदी बताया जा रहा है। टुटीकंडी क्षेत्र में राहगीरों से लूटपाट करने वाले तीन आरोपी भी चिट्टे के नशे के आदी हैं, जिसकी पूर्ति के लिए उन्होंने इस तरह की घटनाओं को अंजाम दिया। जिला पुलिस के मुताबिक जिले में होने वाली चोरी की पांच घटनाओं में से चार में नशे के आदी युवाओं की संलिप्तता सामने आ रही है।

 

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क्या कहते हैं एसपी शिमला संजीव गांधी

इस मामले में एसपी शिमला ने कहा कि नशा तस्करी के मामलों में युवा पीढ़ी की संलिप्तता ज्यादा पाई जा रही है। अंतरराज्यीय चिट्टा तस्कर संदीप शाह सिंडिकेट के मामले में गिरफ्तार कई युवाओं के अभिभावक पुलिस के पास पहुंचे और बच्चों को निर्दोष बताया। जब उनके सामने आरोपियों से पूछताछ की गई तो उन्हें पता चला कि उनके बच्चे इस तरह के अवैध कारोबार से जुड़े हैं। 

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