#अपराध
May 15, 2025
हिमाचल:उद्योग विभाग का अधिकारी निकला रिश्वतखोर, विजिलेंस ने 40 हजार रुपए लेते धरा
उद्योग विभाग का आर्थिक अन्वेषक के पद पर है तैनात
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धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर भ्रष्टाचार का बड़ा मामला सामने आया है। हिमाचल के कांगड़ा जिला में स्टेट विजिलेंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो कांगड़ा की टीम ने एक अधिकारी को 40 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। यह अधिकारी इकोनॉमिक इन्वेस्टीगेटर के पद पर तैनात है। विजिलेंस ने अधिकारी को गिरफ्तार कर आगामी जांच शुरू कर दी है।
मिली जानकारी के अनुसार आज गुरुवार को कांगड़ा जिले के उद्योग विभाग संसारपुर टैरेस में एकल खिड़की निकासी एजेंसी के आर्थिक अन्वेषक (इकोनॉमिक इन्वेस्टीगेटर) को 40,000 रुनए की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है। आरोपी तिलक राज कांगड़ा में सिंगल विंडो क्लीयरेंस एजेंसी में इकोनॉमिक इन्वेस्टीगेटर के पद पर कार्यरत हैं।
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विजिलेंस ने रिश्वत के साथ पकड़े गए आरोपी तिलक राज के खिलाफ पुलिस स्टेशन धर्मशाला में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (2018 में संशोधित) की धारा 7 के तहत मामला दर्ज किया है। विजिलेंस ने यह कार्रवाई शिकायतकर्ता बरवाड़ा निवासी प्रभाकरण की शिकायत पर की है। आरोप है कि आरोपी तिलक राज औद्योगिक भूखंड के लीज होल्ड अधिकार हस्तांतरण के संबंध में अनुकूल निरीक्षण रिपोर्ट देने के लिए रिश्वत की मांग कर रहा था।
जिस पर शिकायतकर्ता प्रभाकरण ने इसकी शिकायत विजिलेंस से की। विजिलेंस की टीम ने जाल बिछाया और आरोपी को शिकायतकर्ता से 40,000 रुपए की रिश्वत मांगते और स्वीकार करते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। विजिलेंस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।
रिश्वत के साथ पकड़ा गया आरोपी तिलक राज मूल रूप से कांगड़ा जिला के ही नगरोटा बगवां का रहने वाला है। आरोपी के खिलाफ धर्मशाला में मामला दर्ज कर आगामी जांच शुरू कर दी है। विजिलेंस की टीम आरोपी की संपत्ति की भी जांच करेगी, ताकि यह पता लगाया जा सके कि आरोपी ने इससे पहले भी रिश्वत तो नहीं ली है।