#अपराध
July 11, 2025
100 करोड़ का फर्जी कारोबार- GST बचाने के लिए रिश्तेदारों के नाम खोली कंपनियां, ऐसे हुआ भंडाफोड़
परवाणू से 63.36 करोड़ का कारोबार
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सोलन। हिमाचल प्रदेश के राज्य कर एवं आबकारी विभाग ने एक बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा करते हुए लगभग 100 करोड़ रुपये के धोखाधड़ीपूर्ण GST लेन-देन को पकड़ा है। यह घोटाला मुख्य रूप से सोलन जिले के परवाणू में पंजीकृत एक व्यापारी द्वारा अंजाम दिया गया, जिसने अपने रिश्तेदारों के नाम पर पांच से छह कंपनियां बनाकर फर्जी कारोबार का जाल बिछाया।
प्रारंभिक जांच में सामने आया कि आरोपी ने रेलवे से संबंधित फर्जी लेन-देन दिखाकर कारोबार की शुरुआत की। इसके बाद उसने लोहा, सीसा, सीमेंट, पेट्रोलियम स्क्रैप जैसी वस्तुओं के फर्जी बिल तैयार किए और उन्हें असली कारोबार का रूप दे दिया। इस तरह वह राज्य GST विभाग को राजस्व में भारी चूना लगा रहा था।
जांच में यह भी सामने आया है कि इस फर्जीवाड़े में करीब 30 अन्य करदाता भी शामिल थे, जो उक्त व्यापारी से फर्जी बिल लेकर टैक्स बचाने या रिफंड लेने का काम कर रहे थे। आरोपी व्यापारी इन बिलों को बाकायदा होम डिलीवरी के रूप में उपलब्ध करवा रहा था, जिससे कई राज्यों में इसकी पहुंच का अंदाजा लगाया जा सकता है।
सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि एक ही फर्म के माध्यम से आरोपी ने 63.36 करोड़ रुपये का फर्जी कारोबार कर डाला। यह फर्म परवाणू में पंजीकृत है और इसकी जांच अब चंडीगढ़ स्थित CGST विंग कर रही है।
इतना ही नहीं, आरोपी ने हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में भी अपने और परिजनों के नाम से GST रजिस्ट्रेशन (GSTIN) प्राप्त कर लिए थे। इन नंबरों के माध्यम से भी करोड़ों रुपये का अपुष्ट और संदिग्ध कारोबार किया गया।
मामले की गहनता को देखते हुए राज्य कर विभाग के ज्वाइंट कमिश्नर जी.डी. ठाकुर स्वयं इसकी निगरानी कर रहे हैं। विभाग का कहना है कि इस पूरे नेटवर्क को जल्द ही कानूनी शिकंजे में लिया जाएगा और सभी फर्जी लाभ उठाने वालों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।