#अपराध
April 9, 2025
हिमाचल : चिट्टा सप्लाई करते गिरफ्तार हुए पांच तस्कर, भारी मात्रा में खेप भी हुई बरामद
नशा तस्करों के पुराने रिकॉर्ड खंगाल रही पुलिस टीम
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सोलन। हिमाचल प्रदेश में नशे का जाल दिन-ब-दिन गहराता जा रहा है। सरकार और पुलिस की तमाम कोशिशों के बावजूद, चिट्टा तस्करी के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। प्रदेश का जिला सोलन इस चुनौती का बीते कई अरसे से सामना कर रहा है और हाल ही में परवाणू और धर्मपुर पुलिस ने दो अलग-अलग मामलों में पांच नशा तस्करों को गिरफ्तार कर 40 ग्राम चिट्टा बरामद किया है।
पहला मामला थाना परवाणू क्षेत्र का है, जहां पुलिस ने एक चंडीगढ़ से शिमला जा रही स्विफ्ट गाड़ी को चेकिंग के दौरान रोका। कार में सवार कुलदीप और पलविंद्र नामक युवकों से 15 ग्राम चिट्टा बरामद हुआ। प्रारंभिक पूछताछ के आधार पर पुलिस ने एक तीसरे आरोपी सुशील कुमार को भी गिरफ्तार किया, जो चंडीगढ़ के मनीमाजरा क्षेत्र का निवासी है। तीनों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और पूछताछ जारी है।
दूसरी कार्रवाई थाना धर्मपुर क्षेत्र में हुई, जहां पुलिस टीम ने सनवारा के पास गश्त के दौरान एक एचआरटीसी बस की तलाशी ली। इस बस में बैठे अमृतसर निवासी सुखदेव सिंह से 25 ग्राम चिट्टा बरामद हुआ। जांच में पता चला कि सुखदेव ने यह चिट्टा अवतार सिंह उर्फ काका नामक व्यक्ति से खरीदा था। धर्मपुर पुलिस ने आगे कार्रवाई करते हुए अवतार को भी गिरफ्तार कर लिया है।
डीएसपी परवाणू मेहर पंवार ने बताया कि इन मामलों में आगे की जांच तेजी से जारी है। साथ ही, उन्होंने यह भी खुलासा किया कि पिछले डेढ़ वर्षों में सोलन पुलिस ने चिट्टा तस्करी से जुड़े 125 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें 119 ऐसे लोग शामिल हैं जो नशा सप्लाई करने के मुख्य स्रोत माने जाते हैं। इन आरोपियों को दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, असम, महाराष्ट्र जैसे राज्यों से पकड़ा गया है। इतना ही नहीं, 9 नाइजीरियन नागरिक भी इनमें शामिल हैं जिन्हें दिल्ली से अरेस्ट किया गया। आरोपियों में से कुछ आरोपी सप्लाई करने जा रहे थे तो कुछ खरीद कर लाए थे।
सोलन पुलिस की मुहिम ने अब तक 53 बड़े अंतर्राज्यीय तस्करी नेटवर्क को उजागर और ध्वस्त किया है। पुलिस के मुताबिक, इस कार्रवाई से हजारों युवाओं को नशे की गिरफ्त में जाने से रोका गया है। साथ ही, 15 कुख्यात तस्करों की करीब 5 करोड़ रुपये की संपत्ति को अटैच किया गया है।
बहरहाल, सोलन पुलिस की इन कार्रवाइयों से साफ है कि प्रशासन नशा तस्करी के खिलाफ सख्त रुख अपनाए हुए है। लेकिन लगातार हो रही गिरफ्तारियों के बावजूद नशा खत्म नहीं हो रहा, जो एक गहरी सामाजिक चिंता को दर्शाता है। ज़रूरत है कानूनी सख्ती के साथ-साथ जनजागरूकता, पुनर्वास और युवाओं को सकारात्मक विकल्प देने की रणनीति की, ताकि हिमाचल को नशा मुक्त बनाया जा सके।